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Daily Khabar :

मल्चेरा मैसूर विभाग अंतर्गत गांव क्षेत्र के ज्यादातर गांव में कपास लगी खेतों को पटवारी के द्वारा सात बार धान की दिया जा रहा है शांतिगराम के सर्वे क्रमांक 163 जिस पर पूरे तीन एकड़ में कपास लगी है उस जमीन में धान उठित दिखाया गया बाकायदा पटवारी के द्वारा खुलेआम प्रशासन का दिशा भूलकर बोगस कम लगाम क्षेत्र में खुलेआम हो रही है कपास लगे खेतों को धन उठित दिखाकर शासन का नुकसान पर नुकसान किया जा रहा है पिछले 10 सालों से परंतु पटवारी के कारनामे बंद नहीं हो रही है शांतिगराम से लेकर गीताली कंचनपुर लगाम क्षेत्र में अनगिनत खेतों में खुलेआम कपास की खेती होती है परंतु पटवारी के द्वारा सातबारा पर धान लोन दिखाकर शासन का और कितना नुकसान करेगी शासन के द्वारा पटवारी कार्यालय में तीन से चार कोतवाल रखा गया समय-समय पर खेतों की मौका चौक शिखर देखा जाता है कौन सी फसल लगाई गई परंतु पटवारी सभी नियमों का धज्जियां उड़ाकर शासन का नुकसान और बोगस किस का फायदा करने में लगे हुए हैं पटवारी के द्वारा अनगिनत बोगस फेयर फॉर किया गया परंतु शिकायत के बाद भी पटवारी के ऊपर कोई भी कार्रवाई नहीं होती पटवारी के द्वारा उनके दो स्थान पर पदोन्नति देकर शासन उनको खुलेआम बोगस काम करने का ठेका दे रखा है ऐसा लगता है पटवारी लगाम कार्यालय में महीने में 1 से 2 दिन आकर बाकी दिन तहसील मैसूर कार्यालय में उपस्थित रहते हैं परंतु अपने पदोन्नति स्थान पर कभी हाजिर नहीं रहते किसानों को बहुत तकलीफों का सामना करना पड़ता है कभी-कभी तो किसानों को लगाम क्षेत्र से मल्चर जाकर पटवारी से सातबारा आठवां नक्शा निकालना पड़ता है आखिर पटवारी की मनमानी कब तक चलेगी क्या प्रशासन आज कान में तेल डालकर कुंभकरण की नींद में है या जानबूझकर पटवारी को बोगस काम करने में मदद कर रही है मल्चेरा मैसूर विभाग पिछले 10 सालों से भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है यह प्रशासन का कोई लगाम नहीं पटवारी जो चाहे करेंगे कोई बोलने वाला नहीं कोई शिकायत पर कार्रवाई करने वाला नहीं जनता की मांग है जल्द पटवारी की बदली कर ईमानदार पटवारी को लगा में और gomni में पदोन्नति दिया जाए !

गडचिरोली से ब्यूरो चीफ ज्ञानेंद्र विश्वास

संजय रामटेके ( सह संपादक )

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