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Calcutta High Court: कोलकाता पुलिस ने बुधवार (22 नवंबर) को कलकत्ता हाईकोर्ट की खंडपीठ के समक्ष एकल पीठ के आदेश को चुनौती दी. जिसमें 29 नवंबर को कोलकाता में बीजेपी को रैली आयोजित करने की अनुमति दी थी. 2024 लोकसभा चुनाव को देखते हुए बंगाल बीजेपी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से रैली को संबोधित करने का अनुरोध किया, जिसके लिए बंगाल के अलग-अलग जिलों से पार्टी समर्थकों को ट्रेनों और बसों से लाने की तैयारी चल रही है.

जस्टिस राजशेखर मंथा की पीठ ने दी थी अनुमति

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार गृह मंत्री अमित शाह ने अभी तक पुष्टि नहीं की है कि वे रैली को संबोधित करेंगे या नहीं. बीजेपी की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस राजशेखर मंथा की एकल पीठ ने सोमवार (20 नवंबर) को रैली की अनुमति दी थी. साथ ही जज ने कहा था कि कोलकाता पुलिस राजनीतिक कार्यक्रमों के लिए अनुमित जारी करते समय भेदभाव नहीं कर सकती. 

पुलिस ने यातायात बाधित का दिया हवाला

बीजेपी ने अपनी याचिका में कहा था कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) हर साल 21 जुलाई को उसी स्थान पर रैली करती है. कोलकाता पुलिस का कहना है कि अगर एस्प्लेनेड घंटों तक ब्लॉक रहेगा तो यातायात बाधित हो जाएगा. 

इस पर बंगाल बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, “एस्प्लेनेड में पुलिस केवल टीएमसी की रैलियां आयोजित करने और बीजेपी, कांग्रेस और वामपंथी दलों को रोकने की अनुमति कैसे दे सकती है? हम इसे डिविजन बेंच में लड़ेंगे. कोलकाता पुलिस को कोर्ट से एक और झटका लगेगा.” 

टीएमसी सांसद ने अमित शाह पर निशाना साधा

वहीं टीएमसी नेताओं ने 2021 विधानसभा चुनाव नतीजों का हवाला देते हुए बीजेपी की आलोचना को खारिज कर दिया. टीएमसी के राज्यसभा सांसद शांतनु सेन ने कहा, “यह अमित शाह ही थे जिन्होंने पिछले चुनाव अभियान के दौरान यह घोषणा की थी कि बीजेपी बंगाल में 200 से अधिक सीटें जीतेगी. उनकी पार्टी 80 सीटें भी नहीं जीत सकी. बीजेपी को चुनाव जीतने का सपना देखना बंद कर देना चाहिए.”

ये भी पढ़ें: ‘कल कर रहे थे चैलेंज, आज भीगी बिल्ली की तरह कर रहे बात’, अकबरुद्दीन ओवैसी पर बीजेपी नेता जफर इस्लाम का तंज

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Umesh Solanki

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