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Deer Barking: जब हिरणों के बारे में बात होती है, तो हमारे दिमाग में अक्सर उनकी खूबसूरत आंखों वाले इन सुंदर प्राणियों की छवियां उभर आती है. हम शायद ही कभी उनके द्वारा निकाली जाने वाली आवाजों पर विचार करते हैं. हालांकि, हिरण में एक प्रजाति ऐसी भी है जो अपने अलग तरह की स्वरों के लिए जानी जाती है. वह है- भौंकने वाला हिरण, जिसे मंटजैक हिरण या काकड़ भी कहा जाता है. आइए इसके बारे में जानते हैं.
क्या है खासियत?
मंटजैक, जिसे काकड़ या भौंकने वाले हिरण के रूप में भी जाना जाता है, कुत्ते की भौंकने जैसी अपनी अनोखी तीखी आवाज के लिए पहचाना जाता है, जो एक किलोमीटर दूर तक सुनाई देती है, जो हिरण की आवाज़ के बारे में लोगों के अंदर बनी धारणाओं के बिल्कुल विपरीत होती है. इससे उन्हें ‘भौंकने वाला हिरण’ उपनाम मिला है.
शारीरिक रूप से नॉर्मल हिरणों के समान होते हैं, बस काकड़ों का ऊपरी भाग गहरे भूरे रंग का होता है जो धीरे-धीरे नीचे की ओर हल्का होता जाता है. लगभग दो से तीन फीट लंबे, उनकी गर्दन के ऊपरी हिस्से, पेट और पूंछ के निचले हिस्से पर सफेद रंग होता है. ये जीव मुख्य रूप से दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया के जंगलों में निवास करते हैं, भारत, चीन, श्रीलंका, पूर्वी हिमालय और म्यांमार जैसे क्षेत्रों में रहते हैं. फ़्रांस, जर्मनी और पोलैंड में जीवाश्म खोजें लगभग 150 से 350 मिलियन वर्ष पहले उनके अस्तित्व का प्रमाण पेश करती है, जो एक प्राचीन वंश का संकेत देती हैं.
एकांत में रहना करते हैं पसंद
स्वभाव से शर्मीले, काकड़ समूह की बजाय एकांत या जोड़ी में रहना पसंद करते हैं. वे शिकारियों से सुरक्षा के लिए घने पहाड़ी जंगलों को चुनते हैं, हरी घास, पत्तियां, अंकुर, फूल, बीज और विभिन्न फलों से युक्त आहार पसंद करते हैं, जो शाकाहारी और मांसाहारी दोनों प्रवृत्तियों को प्रदर्शित करता है. नर काकड़ों के पास एक ही शाखा वाले छोटे सींग होते हैं, जो उन्हें बारहसिंगा से अलग करते हैं. ये सींग लगभग 15 सेमी तक बढ़ते हैं और हड्डी के उभार से प्रतिवर्ष वापस से उग आते हैं. इसके अतिरिक्त नर काकड़ों के ऊपरी जबड़े में दो बाहर की ओर नुकीले दांत होते हैं, जो क्षेत्रीय रक्षा के रूप में काम करते हैं.
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