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बचपन में इंजेक्शन यानी सुई को लेकर बच्चों के मन में काफी डर रहता है, कितने बच्चे तो सुई और डॉक्टर का नाम सुनते ही रोने लगते हैं. ये डर कई लोगों में बड़े होने तक रहता है. लेकिन अब दक्षिण कोरिया के वैज्ञानिकों ने ऐसा कमाल किया है कि शायद आने वाली पीढ़ी के मन से इंजेक्शन वाला डर खत्म हो जाए. चलिए इस आर्टिकल में आपको बताते हैं कि आखिर फ्लेक्सिबल इंजेक्शन बनी कैसे और क्या इससे सच में दर्द नहीं होगा.

कैसे बनी फ्लेक्सिबल इंजेक्शन

हम जिस फ्लेक्सिबल इंजेक्शन की बात कर रहे हैं उसे साउथ कोरिया के एडवांस्ड इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिकों ने बनाया है. इसे लेकर दावा किया जा रहा है कि ये आपको इंजेक्शन के दौरान लगने वाले दर्द से मुक्ति दे सकता है.

कैसे काम करता है ये इंजेक्शन

साउथ कोरिया के एडवांस्ड इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिकों का कहना है कि इस इंजेक्शन को गैलियम नाम के केमिकल से तैयार किया गया है. यही वजह है कि जब ये आपके शरीर में लगता है तो आपको चुभन का अहसास नहीं होता. वैज्ञानिक कहते हैं कि ये जैसे ही आपके शरीर जाता है पूरी तरह से नर्म और लचीला बन जाता है.

इससे इंजेक्शन लगने के बाद होना वाले दर्द और सूजन से मुक्ति मिल जाती है. दरअसल, ये इंजेक्शन जहां लगाया जाता है, इसकी बनावट वहां के टिशूज को बेहद कम नुकसान पहुंचाती है. इसलिए ना तो इंसान को ज्यादा दर्द होता है और ना ही ज्यादा सूजन आती है. हालांकि, अभी इस इंजेक्शन का ट्रायल चूहों पर हुआ है…लेकिन उम्मीद है कि जल्द ही इसका ट्रायल इंसानों पर भी होगा और अगर इसे सफलता मिली तो ये बहुत जल्द पूरी दुनिया में इस्तेमाल के लिए उपलब्ध होगा.

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Umesh Solanki

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