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उत्तराखंड समाचार: उत्तराखंड बागेश्वर धाम (बागेश्वर धाम) के बाबा पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री) ने रविवार को भगवान बदरी विशाल के दर्शन किए। बद्रीनाथ धाम (बद्रीनाथ धाम) से पहले धीरे-धीरे गिरे हुए शास्त्री का हैलीपैड पर मंदिर समिति के अधिकारियों ने स्वागत किया। इसके बाद पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच धीरे-धीरे शास्त्रीय बदरी विशाल के मंदिर आ गए। फिर भगवान बद्री विशाल के दर्शन किए। धीरेचंद्र शास्त्री बदरीनाथ धाम में साधु-संतों से भी मिले।
इस दशा पर धीरे-धीरे शास्त्रीय शास्त्री खाक चॉक के बाबा बालक नाथ के अजनबी हो गए। वहीं बागेश्वर बाबा के पंडित धीरेचंद्र शास्त्री को देखने के लिए स्थानीय सहित यात्रियों की भारी भीड़। वे छोटे-दादा बच्चों को कंधे पर बैठाकर उनके साथ बाल लीला की। धीरेचंद्र शास्त्री ने बदरीनाथ धाम को दिव्यतम धाम बताते हुए कहा कि भगवान बदरीनाथ के दर्शन अवश्य करें।
अपने बयानों की वजह से चर्चा में रहते हैं धीरे-धीरे चंद्र शास्त्री
जातिब है कि लंबे समय से पंडित धीरेचंद्र शास्त्री अपने बयानों की वजह से चर्चा में बने हुए हैं। कुछ समय पहले ही वे बिहार गए थे, जो काफी हद तक प्रकाशन में था। पूर्व के नौबतपुर के त्रेता मठ में हनुमंत कथा की थी। इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं में उत्साह को देखते हुए कहा कि उनके हिंदू राष्ट्र का संकल्प बिहार से पूरा होता दिख रहा है। बागेश्वर धाम सरकार ने कहा था कि बिहार की आबादी करीब 12 से 13 करोड़ है। यदि 5 करोड़ लोग ही अपने मस्तक पर तिलक लेते हुए निकले और अपने घरों पर धर्म ध्वज लगा लें तो भारत हिंदू राष्ट्र बनने की दिशा में बन जाएंगे।
हर एक सनातनी को घर के बाहर धर्म ध्वजा धारण करना चाहिए
धीरेचंद्र शास्त्री ने आगे कहा था कि यदि आपके घर के बाहर धर्म ध्वज रहेगा तो हनुमान स्वयं आपकी रक्षा करेंगे। मैं तो स्टेक्स पर घूंसा दुनियाने आया हूं। उन्होंने कहा था कि जब तक तुम लोग जग नहीं जाएंगे, तब तक हम दुनिया तक पहुंचेंगे। उनका कहना था कि रामचरितमानस का पाठ, मस्तक पर तिलक और घर के बाहर का झंडा हर एक सनातनी को लगाया जाना चाहिए।
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