[ad_1]
मानसून आहार: बारिश का मौसम जहां गर्मी से आपको राहत देता है। वहीं अपने साथ कई सारी बीमारियां भी लेकर आता है। इस मौसम में आपको बहुत सोच के हिसाब से डाइट की जरूरत है। अगर जरा सा भी कुछ अलग-सीधा खा लिया है तो आप लंबे समय तक खटिया पकड़ सकते हैं। क्योंकि इस मौसम में सबसे ज्यादा इंफेक्शन होने का खतरा रहता है। इस मौसम में सबसे ज्यादा जर्म्स, बैक्टीरिया और कीटाणु के सख्त होने की संभावना होती है। ऐसे में आज हम आपको उन पदार्थों से जुड़ी जानकारी दे रहे हैं जिनसे आप खाने से बीमार हो सकते हैं
सी फूड- बरसात के मौसम में सीफूड से दूरी बनानी चाहिए क्योंकि इससे आपकी सेहत को नुकसान पहुंच सकता है। दरअसल ये मौसम मछली के पैदा होने का समय होता है और बाजार में मिलने वाली होती है वो ताजी नहीं है। ये फ्रोज़न या प्रिज़र्वेटिव्स क्लैरिज़न्स है। ऐसे में सेवन करना आपके लिए खतरनाक हो सकता है।
पत्तेदार शब्दार्थ- बरसात के मौसम में पत्तेदार शेयरधारकों जैसे बंधन वाली या फिर पालकी जैसी लड़कियों का जादू नहीं करना चाहिए। क्योंकि ये बैक्टीरिया और कारण पाए जाते हैं। इससे इंफेक्शन का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
तली भुनी चीज-इस मौसम में तली भुनी और खाना बनाना भी ठीक नहीं होता है। इससे पेट से जुड़ी जटिलताएं हो सकती हैं। जिससे आपको अपच और आपदा की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
डेरी उत्पाद- मॉनसून सीज़न में साधारण डेरी उत्पादों दही, छाछ का सेवन करने से बचना चाहिए, क्योंकि बारिश के मौसम में बहुत जल्दी खाने की चीजों को पकाने में बैक्टीरिया होता है और दही में वैसे ही पहले बैक्टीरिया होता है। अगर आप रोजाना कहते हैं तो इससे आपको पेट से जुड़ी परेशानी हो सकती है।
सलादवैसे तो सलाद खाना सेहत के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन अलग-अलग खाने से सेहत से जुड़ी समस्या खड़ी हो सकती है। बैक्टीरिया में कच्चे भोजन से होने वाले संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इस मौसम में खाना ही पका लिया खाना चाहिए।
जंक फूड-इस मौसम में जंक फूड से भी दूरी बना ली जानी चाहिए। सड़क किनारे मिलने वाले चाट-पकौड़ियों से मलेरिया का खतरा काफी बढ़ जाता है। इस मौसम में पाचन तंत्र धीमा हो जाता है। इसलिए फर्मेंटेड फूड जैसे इडली, डोसा, जलेबी, दही बड़ा जैसी चीज खाने से मना किया जाता है।
ये भी पढ़ें: अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2023 : योग के असीमित लाभ, ये फिजिकली ही नहीं मेंटली भी आपको सक्रिय करता है
नीचे स्वास्थ्य उपकरण देखें-
अपने बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) की गणना करें
[ad_2]
Source link