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यूपी समाचार: उत्तर प्रदेश के सुपरस्टार योगी आदित्यनाथ (योगी आदित्यनाथ) ने शनिवार को सरकारी अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी और लाइक तय करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में सांप हैं, राजस्व संग्रह बढ़ाने के लिए हमें नया स्रोत भी बनाना चाहिए। चालू वित्तीय वर्ष के लिए 1.50 लाख करोड़ रुपए का बिजनेस (माल एवं सेवा कर) और वेट (मूल्य वृद्धि कर) संग्रह लक्ष्य के ठोस प्रयास की जाए।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को अपने पांच कालिदास मार्ग पर स्थित सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में चालू वित्तीय वर्ष में कर-करेत्तर राजस्व प्राप्तियों की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कहा, ”राजस्व संग्रह को बढ़ाने के लिए शासन स्तर से क्षेत्र के अधिकारियों को स्पष्ट लक्ष्य दिया जाए और इसकी साप्ताहिक/मासिक समीक्षा की जाए। मेरे स्तर से त्रैमासिक समीक्षा की बनी रहेगी। सभी संबंधित विभाग के लक्ष्य के सापेक्ष राजस्व संग्रह के लिए हर जरूरी प्रयास करें।”
अधिकारियों को निर्देश- निर्देश
इस अवसर पर वित्त मंत्री सुरेश खन्ना भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री योगी ने बारी-बारी से टमाटर, वाट, उपकरण, स्टाम्प एवं पंजीकरण, परिवहन, भू-स्व और ऊर्जा में राजस्व संग्रह के लक्ष्य और उनके सापेक्ष प्राप्तियों का विवरण प्राप्त किया, साथ ही विभागों को आवश्यक दिशा- निर्देश दिए।
उन्होंने कहा, ”योजनाबद्ध तरीके से राज्य के कर-करेत्तर राजस्व संग्रह में लगातार वृद्धि हो रही है। वर्तमान वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में विभिन्न माध्यमों से अब तक 46 हजार करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ है। इसमें वियतनाम/वैट से 26 हजार करोड़ रुपये, एक्साइज टैक्स के रूप में 10 हजार करोड़ रुपये, स्टाम्प एवं रजिस्ट्रेशन से छह हजार करोड़ रुपये और परिवहन से 24 सौ करोड़ रुपये से अधिक का संग्रह हुआ है। यह स्थिति दस्तावेज़ी जा सकती है। यह जनता से सम्मिलित राशि है जो प्रदेश के विकास में लोक छात्र-छात्राओं का व्यय होगा।”
मुख्यमंत्री ने कहा, ”राजस्व की चोरी राष्ट्रीय क्षति है. छोटू की चोरी/अपवंचन की कोशिशों पर रोक के लिए जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है। ऑब्जेक्ट की कार्रवाई से पहले पुरालेख जानकारी एकत्रित करें। खुफिया तंत्र को और बेहतर करने की जरूरत है।” उन्होंने कहा, हालांकि हाल के समय में विस्कॉन्सिन से कर चोरी/अपवंचन पर प्रभावशाली रोक में सफलता मिली है। फिर भी अभी कार्यशैली में व्यापक सुधार की आवश्यकता है। क्षेत्र में कुशल एवं दक्ष अधिकारियों को इलेक्ट्रानिक दी जाये।
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