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रीता भादुड़ी अज्ञात तथ्य: परिवार से नाम जुड़ने पर कोई भी कलाकार आपको खुशकिस्मत समझेगा, लेकिन सिनेमा की दुनिया में एक हसीना ऐसी भी थी, जो ऐसा होने पर भी नाराज हो गया था। उन्होंने अपनी अदाकारी का परचम हर फिल्म में डाला था। हो रही है रीता भादुडी की, प्रोटोकाल आज डेथ एनिवर्सरी है।
इस वजह से नाराज हो गई रीता
4 नवंबर 1955 के दिन मध्य प्रदेश के इंदौर में जन्मी रीता भादुड़ी अपने इतिहास में किसी की पहचान नहीं रह पाईं। उन्होंने दोनों तरह के किरदार निभाए और अपना दमखम साबित किया। असल में, वह एक ही सवाल को लेकर काफी नाराज हो गई थी। रीता का सरनेम भादुड़ी था, जिसके साथ उन्हें जया भादुड़ी की बहन समझा जाता था और उनका नाम बच्चन परिवार के साथ जोड़ा गया था। रीता ने कई बार ये बात बताई कि जया भादुड़ी ने अपना कोई लेना-देना नहीं है, फिर भी लोग यकीन नहीं करते थे। इससे रीता भादुडी काफी नाराज रहती थी।
ऐसा रहा रीता का इतिहास
फिल्म उद्योग में रीता भादुडी करीब पांच दशक तक सक्रिय रहीं। उन्होंने वंहा को आने दो, राजा, मैं राधा चाहता हूँ चाहता हूँ, मुलाक़ात, दिल प्यार करेगा व्यार, कितने दूर कितने पास, क्या कहा, होता होता प्यार हो गया, धूम, हीरो नंबर वन, आतंक ही आतंक, जाने जिगर, राजा, आशिक ड्राइवर, घर हो तो ऐसा, आइना, जूली और तेरी तलाश सहित अन्य फिल्मों में अपनी अदाकारी का जलवा दिखाया गया।
आखिरी सांस तक काम
बता दें कि रीता भादुडी ने टीवी की दुनिया में भी नाम कमाया रखा था। वह मुख्य भूमिका में हैं, मंजिल, जमीन आसमान, हम सब बाराती, थोड़ी सी जरूरत है, कुमकुम, बार, आज की हाउसवाइफ है… सब लोग आदि सीरियल में नजर आए। लाइफ के आखिरी राउंड में वह टीवी शो ‘निमकी मुखिया’ में इमरती देवी का किरदार निभा रही थीं। ऐसा कहा जाता है कि उस दौरान उन्हें गुर्दे की बीमारी थी, वे हर दूसरे दिन उन्हें डाया बस के लिए ले जाते थे। इसके बावजूद वह बीमारी को लेकर काम पर नहीं आये। तबीयत खराब होने के बाद भी उसने जो फोटो खींची वह खराब हो गई। रीता भादुडी ने 17 जुलाई 2018 के दिन इस दुनिया को आखिरी बार कहा था।
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