मुलचेरा : मुलचेरा पंचायत समिति अंर्तगत शांतिग्राम ग्राम पंचायत अंतर्गत मौजा गीताली और शांतिग्राम के तलाव लिलाव में सरपंच सचिव व सदस्य के द्वारा जानबूझकर छुपा छिपी का खेल खेलकर तलाव की लीलाव की गई। और किसी को कानो कान खबर नहीहुई। ना कोई जहीरात लगाई गई। ना ही लाऊड स्पीकर से ग्राम वासी को जानकारी दी गई। गीताली गांव के तालाब मात्र 6 हजार में छुपी समझोता कर दी गई और शांतिग्राम के तलाव की 8 हजार में छुपी समझोता कर दे दी गई। कमाल की बात तब पता चला जब गांव वालो को मालूम पड़ा कि बोली लगाने वाले ने अपने ही घर के 7 से 8 परिवार के लोगो ने लिलांव में सामिल कर सार्वजनिक लीलाव का खेल खेल डाला। जानकारी अनुसार ग्राम पंचायत के सरपंच से लेकर अधिकरी तक इस बोगस जनता का दिशाभूल खेल का नटवरलाल होने की सक है जनता को। आखिर सरपंच सदस्यऔर सचिव के द्वारा गुप चुप तरीके से की गई तलाव लीलाव के पहले तक कहा गया तलाव पिछले साल 5 साल के लिए निलाव हुआ। फिर इस साल चुप चाप कैसे 8 हजार और 6 हजार में लीलाम किया गया? आखिर अधिकारी और सरपंच सदस्य कैसे जनता को बेकूफ बनाकर जनता के बिस्वास के साथ खेल खेल डाला? आखिर जहिरात क्यों नही दी गई? लीलाव के दूसरे ही दिन कैसे तलाव में बीज छोड़ी गई?जबकी वास्तव में बीज छोड़ी ही नही गई। जबकि झूठा प्रोपगंडा करने की ग्राम पंचायत और पंचायत समिति को जरूरत क्यों पड़ी?केवल लाबर्थी और सरपंच सदस्य के आलावा गांव के बाकी जनता को लीलाव की जानकारी क्यों नही दी गई? जनता की मांग हैं दुबारा लीलांव जनता की जानकारी देकर किया जाए।। कई और लोग बोली लगा सके और बोली से शासन को भी फायदा हो? सरपंच सदस्य के हितसंबंधी को ही लाभ के लिए पूरा खेल किया गया। आखिर कबतक ग्राम पंचायत पंचायत समिति बोगस खेल कर तलब की लीलाव्व कर नुकसान करटीरहेगी? और अपने हितसंबंधित का फायदा कराती रहेगी? जबकि एक ही ग्राम पंचायत के कंचनपुर गांव की तलब की लीलाव के लिए जहीराट निकालकर जनता की जानकारी में लिलाव की गई जो 35 हजार में बोली लगी? और बाकी 2 गांव की लीलाव बिना जाहिरात कर शासन का नुकसान किया गया आखिर क्यों? जानकारी अनुसार गीताली के ग्राम सदस्य के द्वारा गीताली गांव के नीलामी में गड़बड़ी कर अपने हितसंबन्धित को फायदा पहुंचाया । और शांतिग्राम के सरपंच सदस्य के द्वारा शांतिग्राम के तलाव नीलामी में अपने हितसंबंधित को लाभ पहुंचाया गया। आखिर बिना बोली के कैसे और किन किन लोगो के सम्मुख बोली लगाई है और किसने कितना बोलिं लगाई गांव के जनता जानना चाहती है।।पंचायत समिति निलाव में किन किन लोगो ने बोली लगाई इन नाम और उपष्ठित लोगो की जानकारी सार्वजनिक करे? आखिर सरपंच ग्रामीणों जब सवाल किया आखिर बिना जानकारी दिए नीलामी कैसे हो गई? सरपंच सदस्यों का कहना है उन्हे नीलामी की कोई भी जानकारी ही नही हैं।कब और कैसे हो गई। आखिर सरपंच सदस्य ग्रामीणों को बताए उन्हे किस काम के लिए जनता ने अपनी कीमती वोट देकर ग्राम पंचायत में बिठाया था? क्या जनता को टोपी पहनाने के लिए या जनता हिट में काम करने के लिए?
गड़चिरोली से ज्ञानेंद्र विश्वास