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Sawan Somwar 2023 Live: पंचांग के अनुसार, पूरे साल में 12 और अधिकमास लगने पर 13 महीने होते हैं, जिसमें सावन माह का सबसे अधिक महत्व होता है. धार्मिक ग्रंथों में भी सावन महीने के महत्व और महिमा का बखान किया गया है. सावन का महीना भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना, जलाभिषेक और व्रत के लिए समर्पित है.
वहीं इस साल तो सावन महीने में अद्भुत योग भी बना है, जिस कारण सावन 59 दिनों का है और भक्त पूरे 8 सावन सोमवारी का व्रत रखेंगे. दरअसल इस साल सावन में ही अधिकमास या मलमास लगा है, जिस कारण सावन की अवधि दो महीने मान्य होगी. सावन की शुरुआत 04 जुलाई 2023 को हुई थी और इसका समापन 31 अगस्त 2023 को होगा. अब तक पवित्र माह सावन के तीन सोमवार बीत चुके हैं और चौथे सावन सोमवार का व्रत-पूजन 31 जुलाई 2023 को किया जाना है.
चौथे सावन सोमवार का मुहूर्त (4th Sawan Somwar 2023 Rudrabhishek Muhurat)
पंचांग के अनुसार, 31 अगस्त को यानी सावन के चौथे सोवार पर शिववास नंदी पर होगा, जिसे बहुत ही शुभ माना जाता है. 31 जुलाई को शिववास सुबह 07:26 तक ही रहेगा. शिववास का नंदी में होना रुद्राभिषेक के लिए उत्तम माना जाता है. ऐसे में जो लोग सावन के चौथे सोमवार को रुद्राभिषेक करना या कराना चाहते हैं, वह सुबह 07:26 तक रुद्राभिषेक कर सकते हैं. इस मुहूर्त में किए रुद्राभिषेक का लाभ मिलता है.
चौथा सावन सोमवार शुभ योग (4th Sawan Somwar 2023 Shubh Yog)
31 जुलाई को सावन के चौथे सोमवार के दिन शुभ योग भी बनेंगे. इस दिन सुबह 05:42 से शाम 06:58 तक रवि योग रहेगा. रवि योग को शुभ कार्य, व्रत, पूजा आदि के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है. इस योग में किए पूजा-पाठ से मान-सम्मान और धन-समृद्धि में बढ़ोतरी होती है. इसके साथ ही इस दिन विष्कम्भ योग भी बनेगा. यह योग सुबह से लेकर रात 11:05 तक रहेगा और इसके बाद प्रीति योग शुरू हो जाएगा. प्रीति योग को भी बहुत ही शुभ माना गया है. ऐसे में सावन के चौथे सोमावर पर शिवजी की पूजा के पूरे दिन ही शुभ मुहूर्त रहेगा. लेकिन रुद्राभिषेक के लिए सुबह 07:26 तक ही मुहूर्त है.
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