मूलचेरा : महसूल अंतर्गत शांतिगराम के सर्वे क्रमांक 11 और 19 2016-17 में शासन के द्वारा शिकायत के बाद सरकार जमा किया गया | परंतु पटवारी के मदद से शांतिगराम निवासी विकास आदित्यनाथ घरामी के द्वारा ग्राम पंचायत सदस्य पद में होते हुए 2018 में ग्राम सभा में बिना सूचना दिए बोगस तरीके से शासन की जमीन अपने नाम करने का ठराव पास किया गया | 2019 में पटवारी की मदद से महसूल विभाग मूलचेरा शासन का दिशा भूल कर बोगच कागजात के सहारे चालान बनाया गया इसी जमीन पर 2011 में पटवारी की मदद से विकास घरामी के भाई सुरेश घरामी के नाम बोगस सातबारा के सहारे शासन से दुष्कर के नाम पर रकम लिया गया | झूठ सातबारा देकर शासन से सर्वे क्रमांक 11 और 19 शीत तालाब भी मंजूर किया गया सरासर विकास के द्वारा शासन को ठगा गया, शासन का दिशा भूलकर सुरेश सुरेश घरामी और विकास के द्वारा विद्युत विभाग से बिजली कनेक्शन जोड़ा गया एवं शासन के दिशा भूलकर इस खेत में शेत तलाव का भी लाभ लिया गया बारंबार शासन का दिशा भूलकर पटवारी के सहायता से शासन के साथ ठगी किया गया 2016-17 में शासन के द्वारा सर्वे क्रमांक 11 और 19 सरकार जमा काबिल कास्ट किया गया | परंतु पटवारी की मदद से विकास अति कम धारक ने दोबारा 2019 में इस जमीन पर महसूल विभाग से चालन बनाकर जमीन पर कब्जा किया, और ऑनलाइन के माध्यम से एपिक नंद करवा कर शासन को ठेंगा दिखाते हुए जमीन अपने कब्जे में लेने का हर एक हथकंडा अपनाया जा रहा है महसूल विभाग की अधिकारी कुंभकरण की नींद में और अतिक्रमण धारी का अतिक्रमण धारी मौज में |और मल्चेरा महसूल विभाग की अधिकारी नींद में, और बिना पटवारी के और मंडल अधिकारी के मदद के बगैर शासन जमा जमीन पर दोबारा अतिक्रम होना नामुमकिन है, मल्चेरा मैसूर विभाग के पटवारी से लेकर मंडल अधिकारी की हलगर्जी के कारण शासन के अनगिनत कीमती जमीन खुलेआम कब्जा किया जा रहा है शासन को नींद से जागना होगा और इस तरह के शासन के दिशा भूल कम ऊपर अंकुश लगाना होगा
गडचिरोली से ब्यूरो चीफ ज्ञानेंद्र विश्वास