बिहार पसमांदा विज़न और इरफान जामियावाला की नितीश कुमार से पसमांदा आयोग की मांग
भारत में सामाजिक न्याय की प्रक्रिया तब तक अधूरी है जब तक धार्मिक अल्पसंख्यकों के भीतर की जातीय विषमता को भी समान रूप से नहीं समझा और संबोधित किया जाता।…
भारत में सामाजिक न्याय की प्रक्रिया तब तक अधूरी है जब तक धार्मिक अल्पसंख्यकों के भीतर की जातीय विषमता को भी समान रूप से नहीं समझा और संबोधित किया जाता।…