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सरवाइकल दर्द के लिए योग: घंटा डेस्कटॉप पर काम करने के चलते आजकल हर कोई नज़र की समस्या से परेशान है। दरअसल जब आप कुर्सी पर खड़े होकर लैपटॉप पर काम करते हैं तो आपके कपड़ों में जकड़न आ जाती है और इसका असर आंखों से लेकर छाती और कमर तक शरीर के हर हिस्से पर पड़ता है। कुछ लोगों को तो ये समस्या इतनी गंभीर हो जाती है कि दर्द से लोग कर लेते हैं। कुछ लोग पेन किलर खा कर इसे ठीक कर देते हैं। अगर आपको भी सर्वाइकल का दर्द सताता है तो हम आपको कुछ आसान योगासन बताते हैं जिसे फॉलो करने से आपका दर्द काफी हद तक दूर हो सकता है आइए जानते हैं इन योगासन के बारे में। ..
अर्धशलभाषण
ये आसन गर्दन के दर्द से राहत पाने के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। इससे गर्दन की मांसपेशियों में खिंचाव आता है और दर्द आसानी से दूर हो जाता है। ये ना सिर्फ गर्दन के दर्द को दूर करता है बल्कि साइटिका के दर्द को कम करने में मदद करता है। वजन में कमी भी है। आइए जानते हैं इसे कैसे करना है।
कैसे करें
- इस योग को करने के लिए पेट के बल जमीन पर जाने दें।
- अब दोनों हाथों को सीधे कर ले और पीठ और पाव भी बिल्कुल सीधे कर लें।
- अब गर्दन को ऊपर की ओर गहरी सांस लें और फिर दाएं टांग को हवा में तेज करें।
- दोनों हाथ ज़मीन पर टिके कुछ ही सेकंड में इस पोज़ में रहने के बाद चीन ज़मीन पर धराशायी हो गया।
- अब राइट टैंग को नीचे बाएं टांग को दोबारा लगाएं।
- ऐसा कम से कम 5 से 7 मिनट तक करें।
- इस योग को करने के दौरान जितना संभव हो सके गर्दन को ऊपर की ओर रखें।
मकरासन
सर्वाइकल के दर्द को दूर करने के लिए आप मगरमच्छ का आसन भी कर सकते हैं। इसे मकरासन कहा जाता है। इस आसन को करने से रीढ़ की हड्डी और गर्दन में होने वाला दर्द दूर हो जाता है। इससे शटर भी मिलते हैं और नियमित रूप से सर्वाइकल स्पांडिलाइटिस के कारण पीठ और गर्दन में बढ़ने वाला तनाव कम हो जाता है।
कैसे करें
- इस आसन को करने के लिए जमीन पर पेट के बल लेट जाएं।
- सिर और छाया को ऊपर उठाएं और छोटी-छोटी छतों पर और कोहनियों को जमीन पर टिका लें।
- रीढ़ की हड्डी में अधिक मोड़ आने के लिए कोहनियों को एक साथ रखें।
- अब आप एक तरह से मकरासन की पोजीशन में हैं।
- इस आसन के अच्छे अभ्यास के बाद आप बिना आंखों की मदद के माथा, पैर और पैरों को खींच लें।
शशांक भुजंगासन
शशांक भुजंगासन करने से भी आपको गर्दन के दर्द में आराम मिल सकता है, शरीर में बहुत अधिक बढ़ जाता है। रीढ़ की हड्डी का दर्द भी दूर होता है।
कैसे करें
- इसे करने के लिए सबसे पहले मैट पर एड़ियों के भार पर बैठें।
- उसके बाद दोनों हाथों को थाई पर टीका लें और आंखें बंद कर लें।
- इसके बाद सिर को मैट पर धराशायी कर दें और दोनों हाथों को सीधे करके आगे की ओर फैल लें।
- अब धीरे-धीरे छाती और पेट जमने लगता है।
- इसके बाद शरीर के आगे के हिस्से को ऊपर उठा लें।
- नाभी तक बढ़ा हुआ और गर्दन को ऊपर की ओर रखें।
- इस प्रकार से योग मुद्रा को 5 से 6 बार आपस में।
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए नुस्खे, तरीके और सलाह पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
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