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मधुमेह उपचार : आज बड़ी संख्या में लोग (डायबिटीज) की बीमारी की चपेट में हैं। युवा हो या बुजुर्ग हर उम्र के लोग लाइनिंग से परेशान होते हैं। ब्लड शुगर लेवल (रक्त शर्करा स्तर) बिगड़ने की वजह से यह बीमारी होती है। यह कई तरह के जीवाणुओं को भी लेकर आता है। जब लाइनिनिन हार्मोन बनाना बंद कर देता है, तब लीन पेशेंट के ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए लाइनिंग इंजेक्शन की आवश्यकता होती है। कई बार इंसुलिन, डाइटिंग और एक्सरसाइज के बावजूद भी शुगर लेवल 300 पार ही रहता है। ऐसे में क्या करना चाहिए, आइए जानते हैं जानकारों से…
औषधियों का प्रभाव कम होना
डॉक्टर के मुताबिक, अगर कोई दाखिले की चपेट में है और लंबे समय तक उसका ब्लड शुगर लेवल बढ़ा रहता है तो इसका मतलब है कि उसकी दवाईयों का असर कम हो गया है। वे पूरी तरह काम नहीं कर पा रहे हैं।
ना समय से दवा लेना, ना ही इंसुलिन रेसिस्टेंट
कई कारणों से शरीर में इंसुलिन या हेल्दी डाइट के लिए पूरी तरह से प्रतिक्रिया नहीं मिलती है। कई बार किसी कारण से ब्लड शुगर लेवल काफी समय तक कंट्रोल हो जाता है। इसके कारण दवा की डोज़ सही ढंग से नहीं ली जा सकती है और इंसुलिन रेसिस्टेंट या ग्लूकोटॉक्सिसिटी जैसे रोग हो सकते हैं।
इंफेक्शन
हेल्थ विशेषज्ञ के मुताबिक, इस समस्या का दूसरा सबसे बड़ा कारण लंबे समय तक इंफेक्शन का रहना भी है। जब किसी मरीज में संक्रमण होता है, तब उसके शरीर के इलाज के लिए सही प्रतिक्रिया नहीं मिलती है।
300 प्रति ब्लड शुगर स्तर तो क्या करें
1. ब्रेकफास्ट, अटैचमेंट और डिनर से पहले और बाद में शुगर की जांच करें और उसी के अनुसार अपनी दवा की डोज भी तय करें।
2. लक्षणों को व्यायाम करते रहें। इसी तरह बॉडी की प्रतिक्रिया बढ़ रही है और ग्लाइसेमिक जैसा कंट्रोल होता है।
3. इंसुलिन को अच्छी तरह से काम करने या इंसुलिन रेसिस्टेंट कम करने के लिए कुछ ओरल एंटी-डायबिटिक मेडिसिन डॉक्टर की सलाह पर ले सकते हैं।
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए नुस्खे, तरीके और सलाह पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
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