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हिज्म-उत-तहरीर पर एटीएस का छापा: एटीएस (एटीएस) की गिरफ्त में आया हिज्ब-उत-तहरीर (हिज़्ब-उत-तहरीर) का कट्टरपंथी मोहम्मद सलीम (मुहम्मद सलीम) और सौरभ जैन (सौरभ जैन) कक्षा 12वीं तक आरएसएस (RSS0 की सदस्यता में चला गया था, लेकिन जाकिर नाइक) (जाकिर नाइक) के वीडियो से वह इतना प्रभावित हुआ कि उसने हिंदू धर्म छोड़ कर मुस्लिम धर्म अपना लिया और सौरभ से मोहम्मद सलीम बन गया।
मोहम्मद सलीम और सौरभ जैन के पिता अशोक जैन राजवैय ने मुस्लिम धर्म दम्पति की कहानी बयां की है। अशोक जैन के अनुसार, ‘सौरभ कक्षा 12वीं तक आरएसएस की ओर से नामांकन किया गया था। सौरभ ने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद भोपाल के एक कॉलेज में नौकरी की और प्रोफेसर बन गए। इसी कॉलेज में मैजिक नाम के व्यक्ति ने मेरे बेटे की जिंदगी बर्बाद की है। मैजिक ने सौरभ को बरगलाना शुरू कर दिया। सौर सूर्य को जाकिर नाइक के वीडियो देखने के लिए प्रेरित किया। इसके बाद से ही सौर जाकिर नाइक का वीडियो देखा था। सौरभ जाकिर नाइक से इतना प्रभावित हुआ कि वह उससे मिलने के लिए मुंबई तक जा पहुंचा।’
भोपाल में ही किया गया था धर्म परिवर्तन
पिता अशोक जैन ने बताया कि सौरभ की शादी मानसी नाम की लड़की से हुई थी। उन्होंने कहा, ‘हमारा परिवार बहुत खुशी-खुशी रह रहा था, लेकिन एक दिन जाकिर नाइक के वीडियो से प्रभावित सौरभ ने राजधानी भोपाल के ही एक घटना में धर्म परिवर्तन किया और वह सौरभ से मोहम्मद सलीम बन गया। इसी तरह उनकी पत्नी ने भी धर्म परिवर्तन किया और वह मानसी से रायला हो गईं। सौरभ ने दोनों के बच्चों के भी नाम दर्ज किए मुस्लिम नाम रखने के लिए।’
बहनों से नहीं बांधाई राखी
सौरभ के पिता अशोक जैन राजवैद्य के अनुसार उनकी चार बेटियां हैं जबकि एक ही बेटा है। पिता अशोक जैन के अनुसार वर्ष 2014 में सौरभ ने चारों बहनों से राखी बंधवाने से इंकार कर दिया था, तभी मुझे अधिकार हो गया था कि अब इसका समय आ गया था। मैंने उससे कहा था कि तुम इंसानियत के खिलाफ काम कर रहे हो।
हैदराबाद में प्रोफेसर थे
बता दें बैरसिया का रहने वाला सौरभ जैन उर्फ मोहम्मद सलीम सिकंदर में रह रहा था, वहां वह डेकन कॉलेज ऑफ साइंस मेडिकल में प्रोफेसर था। वह अपने परिवार के साथ 10 साल पहले भोले के परिवार के साथ बैरसिया से स्कूटर पर सवार हुआ था। सात साल पहले उसने अपना धर्म बदला था। एटीएस ने उन्हें हैदराबाद से गिरफ्तार किया है।
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