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अलीपुर: चुनावी रणनीति प्रशांत किशोर (प्रशांत किशोर) ने कुछ दिनों के लिए अपनी पदयात्रा रोक दी है। अपनी यात्रा के दौरान लगातार वो लोगों के बीच जा रहे थे। उनकी समस्या सुन रहे थे और जागरूक भी थे कि उन्हें वोट देने से पहले क्या डाक टिकट है। पासपोर्ट के लिए डाकिया है. गुरुवार (18 मई) को जन सुराज पदयात्रा के मीडिया संवाद के दौरान प्रशांत किशोर ने आर झंडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (लालू प्रसाद यादव) के छोटे बेटे डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (तेजस्वी यादव) पर जोरदार जोर साधा. पीके ने कहा कि तेजू लाल के लड़के नहीं होते तो देश में ऐसी कोई नौकरी नहीं होती, जो उनकी काबिलियत पर उन्हें मिल जाएगी।
पैसिफिक टीन ने कहा कि बेरोजगारी को लेकर चुनाव से पहले आर जुनी की ओर से घोषणा की गई कि वे आएंगे तो शिक्षकों की स्थिति में सुधार करेंगे। पहले कैबिनेट की बैठक में दस लाख शिक्षकों को नौकरी देंगे। यही काम 2015 में fb ने किया था, जो जुड़े रहते हैं, वो यही काम करता है।
10 लाख नौकरी देने वाले स्वीकार करते हैं
तेजस्वी यादव ने कहा था कि वह अपने पहले कैबिनेट में 10 लाख की नौकरी करेंगे। इस पर पीके ने कहा कि आज इस पर सवाल क्यों नहीं करता है? आज उनसे कोई ये क्यों नहीं कह रहा है कि आपके ही तो माता-पिता 15 साल की सरकार में थे तब क्यों नौकरी नहीं दी? अंध भक्त आप किसी को वोट देंगे तो आप ही चले जाएंगे। आज रमा-नीतीश कुमार बंगाल, उत्तर प्रदेश घूम रहे हैं और अगस्त से सरकार में भी हैं।
‘बिहार की जनता से जुड़ना चाहने वालों‘
तंज काते हुए पीके ने कहा कि पहले कैबिनेट के बजाय 100 कैबिनेट की बैठक हो गई, लेकिन अभी तक आपने नौकरी नहीं दी। अगर आप नौकरी नहीं दे रहे हैं तो बिहार की जनता से जुड़ने की चाहत कि आप नौकरी नहीं दे सकते हैं। टिकाऊ का जीवन निकल जाएगा इसके बाद भी वो 10 लाख रुपये नहीं देगा।
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