वजन घटाने के लिए मोनो डाइट के फायदे जानिए मोनो डाइट के स्वास्थ्य जोखिम के फायदे और नुकसान

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मोनो आहार स्वास्थ्य जोखिम: वजन कम करना एक मुश्किल काम है। क्योंकि इसके लिए एक मजबूत कमिटमेंट की जरूरत होती है और हर नो कमिटमेंट के रूल्स को फॉलो नहीं कर पाते। हालांकि वजन को कंट्रोल में रखना हर किसी के लिए जरूरी है। कुछ परिणाम में परिणाम और गड़बड़ी से ब्लड प्रेशर, लिम्फ, कोलेस्ट्रॉल, दिल की बीमारी और इससे कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी भी जुड़ जाती है। अधिक वजन होने के कारण स्वास्थ्य पर कई बुरे प्रभाव पड़ते हैं। यही कारण है कि इसे कंट्रोल में रखना बहुत जरूरी है।

वजन को कंट्रोल में रखने के लिए लोग अलग-अलग पैंटरे आजते हैं. इनमें से एक पैनरा ‘मोनो डाइट’ है, जिसका इस्तेमाल इन दिनों बड़ी संख्या में लोग कर रहे हैं। अब सवाल यह उठता है कि ये आहार स्वास्थ्य के लिए कितने लाभ और हानि पहुँचाते हैं? ये शरीर को क्या ज्यादा नुकसान पहुंचाता है या फिर नुकसान? आइए जानते हैं इस डाइट के बारे में…

मोनो डाइटिंग या मोनोट्रॉफिक डाइट क्या है?

मोनोट्रोफिक डाइट या मोनो डाइट में कई दिनों और दिन तक एक ही तरह का खाना खाया जाता है। इस तरह के आहार में कोई नियम और रेगुलेशन नहीं होते हैं। आप चाहें तो केले को मोनो डाइट का हिस्सा बना सकते हैं या अंडों को इस डाइट में शामिल कर सकते हैं। मोनो डाइट चूंकि एक सिंगल फूड डाइट है तो इसमें एक ही तरह के भोजन को शामिल किया जाता है। अगर आप मोनो डाइट के लिए केले को चुन रहे हैं तो हर समय सिर्फ केला ही खाना है। हालांकि आपको बता दें कि इन कपड़ों के विज्ञान का समर्थन नहीं किया गया है। ऐसे कई कारण हैं, इस वजह से इस डाइट को लेकर आप बच सकते हैं।

मोनो डाइट के फायदे

1. जो मोनो डाइट का समर्थन करते हैं, उनका कहना है कि इस डाइट से जल्दी और आसानी से आपका वजन कम हो सकता है।

2. मोनो डाइट का पालन करना बहुत आसान है, क्योंकि आपको इस डाइट में सिर्फ एक ही तरह के आहार की जरूरत होती है।

3. मोनो डाइट में कम कैलोरी का सेवन करने से वजन तेजी से कम हो सकता है। इस आहार के साथ एक्सरसाइज करने से भी आपके लाभ साबित होंगे।

मोनो डाइट से जुड़े खतरे

1. यदि आप वज़न के चक्कर में दिन में केवल एक ही बार भोजन ग्रहण कर रहे हैं तो इससे शरीर में कैलोरी की मात्रा बहुत कम हो सकती है, जो आपकी चिंता की बात है। ऐसा करने से न सिर्फ शरीर में सूजन की समस्या पैदा होगी, बल्कि मांसपेशियों को भी नुकसान पहुंच सकता है।

2. यह आहार अलग-अलग खाद्य वस्तुओं को खाने की क्रेविंग करता है। क्योंकि इसमें आप सिर्फ एक ही तरह का खाना खा रहे हैं।

3. तेजी से वजन साधारण की कोशिश की वजह से आपको इलेक्ट्रोलाइट इंबैलेंस, पित्त की पथरी, घबराहट, सिरदर्द, कब्ज, अनियमित पीरियड्स, बालों का झड़ना और डिहाइड्रेशन की समस्या भी हो सकती है। मोनो डाइट से कुपोषण, थकान और मांसपेशियों का नुकसान जैसी स्थिति भी जितनी हो सकती है।

क्या मोनो डाइटिंग को ट्राई करना चाहिए?

मोनो डाइटिंग नहीं होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें आप सिर्फ एक ही तरह के भोजन करते हैं। जबकि शरीर को अलग-अलग पोषक तत्वों को हासिल करने के लिए अलग-अलग भोजन की जरूरत होती है। आप केवल एक ही भोजन से सभी पोषक तत्वों को प्राप्त नहीं कर सकते। यही कारण है कि मोनो आहार स्वास्थ्य के लिए ज़्यादा फ़ायदे नहीं है। अगर आप घटाना चाहते हैं तो हर तरह के पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य आइटम्स को अपने आहार में शामिल करें और अनहेल्दी चीजों से दूर रहें।

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए नुस्खे, तरीके और सलाह पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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Umesh Solanki

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