ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष प्रारंभ तिथि व्रत महोत्सव सूची निर्जला एकादशी 2023 वट पूर्णिमा व्रत

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ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष 2023: 19 मई 2023 को अमावस्या के साथ ज्येष्ठ माह का कृष्ण पक्ष समाप्त हो जाएगा। 20 मई 2023 से ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की शुरुआत हो रही है ज्येष्ठ माह के दोनों पखवाड़े की समाप्ति वट सावित्री व्रत से ही होगी।

ज्येष्ठ मास को हिंदू धर्म में विशेष स्थान प्राप्त है, मान्यता है कि इस पूरे महीने में व्रत-पूजन, दान करने से साधक के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और सुख का आगमन होता है। इस साल ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष में कौन से त्योहार-व्रत कब पड़ रहे हैं। आइए जानते हैं।

ज्येष्ठ माह 2023 कब खत्म होगा ? (ज्येष्ठ मास 2023 समाप्ति तिथि)

धर्म रीलों

ज्येष्ठ माह का समापन 4 जून 2023 को ज्येष्ठ पूर्णिमा पर होगा। इस दिन गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में वट सावित्री व्रत किया जाता है। इस दिन वट अमावस्या की तरह के पूजन का विधान होता है।

ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष 2023 व्रत-त्योहार (ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष 2023 व्रत पर्व)

  • 23 मई 2023 (मंगलवार) – विनायक चतुर्थी, तीसरा बड़ा मंगल
  • 25 मई 2023 (गुरुवार) – स्कंद षष्ठी व्रत
  • 29 मई 2023 (सोमवार) – महेश नवमी
  • 30 मई 2023 (मंगलवार) – गंगा दशहरा, चौथा बड़ा मंगल
  • 31 मई 2023 (बुधवार) – निर्जला एकादशी, गायत्री जयंती, राम लक्ष्मण द्वादशी
  • 1 जून 2023 (गुरुवार)- चंपक द्वादशी, प्रदोष व्रत
  • 4 जून 2023 (रविवार)- ज्येष्ठ पूर्णिमा, संत कबीरदास जयंती, वट सावित्री पूर्णिमा

ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष में कर लें ये उपाय (ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष उपाय)








बुद्धि और एकाग्रता के लिए ज्येष्ठ माह की विनायक चतुर्थी पर गणेश स्तोत्र का पाठ करने से बौद्धिक विकास होता है। जिन बच्चों की मानसिक स्थिति कमजोर है, पढ़ाई में मन नहीं लगता साथ ही राहु-केतु के प्रभाव से पीड़ित हैं तो ये उपाय आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगा।
अनुरुप जीवन में शांति पति-पत्नी के बीच दिन शाम होता है मनमुटाव के चलते रिश्तों में दरार आने लगी है तो महेश नवमी पर शिव जी का रुद्राभिषेक करें। दंपत्ति साथ मिलकर ये काम करेंगे तो जल्द ही शुभ फल प्राप्त होगा और जीवन में सराहना की जाएगी
व्यापार में दलाली शास्त्रों के अनुसार किसी व्यक्ति के पाप कर्मों की वजह से उसकी जिम्मेवारी में बाधा आती है ऐसे में गंगा दशहरा पर एक उपाय आपके सारे पापों का नाश कर सकता है। इस दिन गंगा नदी में या फिर घर में गंगाजल से स्नान करें। शिवलिंग का गंगाजल से अभिषेक करें। मान्यता है गंगा स्नान से किसी व्यक्ति के सात जन्मों के पाप धुल जाते हैं।
संत सुख वट सावित्री व्रत व्रत प्राप्ति की कामना से भी किया जाता है। ऐसे में इस दिन वट पूजा पर 7 बार कच्चे सूत लपेट और यमराज, देवी सावित्री और त्रिदेव से आशीर्वाद प्राप्त करें
पति की लंबी उम्र हर साल पति की दीर्धायु के लिए सुहागिनें निर्जला एकादशी पर निर्जल व्रत हैं। इस दिन पीपल के पेड़ में जल अर्पित करें और घिसावट का वृक्ष विष्णुसहस्त्रनाम का पाठ करें।

गंगा दशहरा 2023: गंगा दशहरा कब? इस दिन गंगा स्नान से इन 10 पापों से मुक्ति मिलती है

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Umesh Solanki

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