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कार्डिएक अरेस्ट के लक्षण: पिछले कुछ समय में कार्डियक अरेस्ट के मरीजों की संख्या तेजी से मिली है, इसमें हार्ट अटैक, दिल का दौरा पड़ना, ब्लॉकेज होना या अन्य समस्याएं बहुत आम हैं। लेकिन लोगों को लगता है कि कार्डियक अरेस्ट अचानक से आ जाता है, जिसके बारे में पहले से पता नहीं चलता। लेकिन अगर आप इन छोटी-छोटी बातों पर ध्यान दें और इन अप्रत्यक्ष को नहीं देखेंगे तो आप हार्टअटैक या कार्डियक अरेस्ट के लक्षणों को आसानी से पहचान सकते हैं और काफी हद तक इसे बचा भी सकते हैं।
सीने में लगातार दर्द होना
अगर कोई कसरत किए बिना या पॉलिसी या भारी सामान उठाने के बिना ही आपकी छाती में दर्द हो रहा है, तो आप समझ लें कि यह गंभीर स्थिति है और आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
उल्टे हाथ में दर्द होना
हार्ट अटैक का एक अर्ली साइन यह भी है कि उल्टे हाथ में दर्द बना रहता है। भले ही आप कोई भौतिक गतिविधि ना करें तब भी अचानक से या रुक जाने के कारण हाथ में दर्द होने लगता है।
बेहोशी
जब हार्ट रेट में क्लेक्टमेंट होता है, तो इंसान बेहोश हो सकता है। अगर ऐसी स्थिति लंबे समय तक बनी रहे और आपको बेहोशी या चक्कर आने लगे तो यह भी कार्डियक अरेस्ट का संकेत हो सकता है।
सांस लेने में समस्या
अगर थोड़ा सा चलने पर भी आपकी सांस फूलती है या सोते समय आपको सांस लेने में तकलीफ महसूस होती है तो आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए, क्योंकि इसमें हार्ट या लंग्स की कोई समस्या हो सकती है।
लगातार कमजोरी बने रहें
बिना किसी मेहनत के काम किए भी अगर आपको हमेशा थकान और कमजोरी बनी रहती है और बार-बार चक्कर आते हैं। आप कोई काम अच्छी तरह से नहीं कर पाते हैं और आकर्षित हो जाते हैं, तो आपको चौकन्ना हो जाने की आवश्यकता है, क्योंकि यह कार्डियक अरेस्ट का संकेत हो सकता है।
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