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कोटा समाचार: बारां में सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन आप सभी में और ऐतिहासिक रहा है। इसमें हर वर्ग, जाति-धर्म के साथ सभी राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ता शामिल हुए। अशोक गहलोत (सीएम अशोक गहलोत) ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया। उनके संस्थान के दस्तावेजों, गणमान्य नागरिकों ने स्वागत किया। श्री गहलोत ने नवनिर्मित जैन तीर्थ पहुंच दर्शन किए। वहां से वे सामूहिक विवाह सम्मेलन स्थल पर पहुंचे। वहां लाखों की संख्या में उपस्थित जनसमूह ने अपना गर्मजोशी से स्वागत किया।
सर ने की प्रमोद भाया की आकांक्षा
इस अवसर पर अशोक गहलोत ने कहा कि उन्होंने भाया के रूप में गौभक्त नहीं देखा है। इसी कारण से उन्हें सरकार में अलग से गोपालन मंत्रालय अपना दबंगई दिखा रहा है। के लिए सरकार ने राशि में अनुदान दिया है। सरकार ने अभी साल में नौ महीने का अनुदान दिया जा रहा है और आगे 12 महीने अनुदान देने की तैयारी हो रही है। संस्थान श्री महावीर द्वारा नि: शुल्क पशु-पक्षी अस्पताल और ट्रामा सेंटर बारों में खोला गया है। जिसका उदघाटन मैंने किया। इसके प्रेरणास्रोत प्रमोद जैन भाया हैं.
खिचड़ी और राम-सीता का संबंध
संत कमल जी नागर ने कहा कि वर-वधु को रामकृष्ण की अजीब प्रेम मयार्दा में जीवन व्यापन करना चाहिए। संत ने कहा कि राम-सीता के विवाह के समय 56 तरह के व्यंजन बन सकते हैं लेकिन राजा जनक ने दाल चावल की खिचड़ी बनाकर बारातियों सहित राजा दशरथ को भी खिचड़ी खिलाडी. तब उनसे पूछा कि आप कई तरह के व्यंजन मिठाईयां बना सकते हैं लेकिन आप सिर्फ दाल चावल की खिचड़ी बनकर रहने की बारात को किस उद्देश्य से खिलाई तब राजा ने कहा कि मैं सभी के व्यंजन खिला सकता था लेकिन मैं चाहता हूं कि मेरी बेटा और मेरे दमाद दाल चावल की तरह ही अपना जीवन व्यापन गुजारे खिचड़ी की तरह मिलें।
क्या बोले कांग्रेस के प्रदेश का प्रभार
इस अवसर पर कांग्रेस के प्रदेश प्रभार में सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि मैंने मेरी जिंदगी में आज तक इस तरह का बड़ा खुलासा नहीं देखा है। उन्होंने कहा कि प्रमोद भाया सरकार में भी अच्छा काम कर रहे हैं। दूसरी ओर जनहित और सेवा के भी बहुत अच्छे काम कर रहे हैं। राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि पूर्व से ही प्रमोद जैन भाया इस तरह का दावा करते आ रहे हैं। हम भी शुरुआत से इन घटनाओं में आ रहे हैं। लेकिन इस बार तो भाया ने एक और बड़ा इतिहास ही रच दिया। वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने अपने शपथ ग्रहण में मंत्री प्रमोद जैन भाया द्वारा जीवदया, पीड़ित मानव की सेवा के लिए जा कार्यो का उल्लेख करते हुए उनकी प्रशंसा की।
कब से कहा रहे हैं सर्वधर्म विवाह सम्मेलन
कार्यक्रम में राज्य के खान और गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया ने कहा कि इस सर्वधर्म मुक्त विवाह सम्मेलन की शुरुआत 2002 में परमपूज्य गुरुदेव मालवा माटी के संत कमलकिशोर जी नागर द्वारा जालेडा गौशाला में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के दौरान हुई थी। उन्होंने कहा कि गरीब परिवार अपने बच्चे-बच्चियों की शादी के लिए कई बार अपनी मां, बहनों के जेवर गिरवी रखने, जमीन बेचने पर मजबूर हो जाते हैं। कई बच्चे-बच्चियों का विवाह के धन की कमी में नहीं पाता है। इसलिए उन्होंने समाज के जलीय वर्ग और भामाशाहों के सहयोग से श्री महावीर गोशाला कल्याण संस्थान के माध्यम से ऐसे पहचान के लिए विवाह योग्य युवक-युवतियों के लिए इस सर्वधर्म मुक्त सामूहिक विवाह सम्मेलन का विवरण। इस अवसर पर पर्यावरण को बचाने के लिए सभी से एक-एक पौधा लगाने और गौसेवा के लिए प्रतिदिन एक रोटी गोमाता को देने का संकल्प लेने का आग्रह किया।
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