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<पी शैली ="टेक्स्ट-एलाइन: जस्टिफ़ाई करें;"यूपी क्राइम न्यूज़: जयपुर में सिविल चौबीस की तैयारी कर रहे उम्मीदवार ने खुद के अपहर्ताओं की स्टोरीलाइन रचकर पुलिस की परेड करवा दी. सूरज के रूप में जानने वाला पड़ोसी शारदा नगर क्षेत्र में किराए का कमरा लेकर रहता था। डीसीपी वेस्ट विजय ढुल ने फर्जी अपहरण का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि 28 मई को कन्नौज निवासी रामशरन ने भाई के अपहरण की सूचना दी थी। उसने बताया कि सूरज की रिलीज के बदले फिरौती की मांग की जा रही है। स्टील ट्रांसमिशन ऑफ इंडिया झारखंड में काम करने वाले पिता को संदेश मिला था। बेटे के अपहरण का मैसेज मिलने पर पिता घबरा गए। उन्होंने फिरौती की 40 हजार की जगह खाली कर दी।

<p style="टेक्स्ट-एलाइन: जस्टिफ़ाई करें;"लोक चुकाने के लिए सीवी स्वीक्स पर दबाव डाला गया था

शिकायत पर तेजी से कार्रवाई करते हुए थाना रावतपुर पुलिस और वेस्ट जोन की सरकारी टीम को भाई की बरामदगी के लिए रवाना कर दिया गया। वेस्ट जोन के सर्विलांस और स्वात टीम ने युवक की कुशलतापूर्वक रिलीज के लिए अभियान चलाया। सर्विलांस टीम को युवक का मित्र रामपुर में मिला। पुलिस टीम ने रामपुर में रेलवे स्टेशन के पास से सूरज को बरामद कर लिया।

<p style="टेक्स्ट-एलाइन: जस्टिफ़ाई करें;"झूठे अपहरण की रची साजिश का पुलिस ने किया पर्दाफाश

पुलिस की पूछताछ में हैरान कर देने वाला चौंकाने वाला खुलासा हुआ। बीटेक करने के बाद बिजली सातवीं की तैयारी कर रहा था। उसने कर्ज चुकाने में विफल रहने के कारण घटना को अंजाम दिया। 6 महीने से उसने ऑनलाइन लोन लेना शुरू किया था। ऑनलाइन लोन लेने की जानकारी महाभान ने YouTube और Google से खोज कर सीखी थी। गलत संगत में होने की वजह से सूरज को फिजूलखर्ची का आदी बना दिया गया था। दशक ने 2021 में एचबीटीआई नगर से बीटेक की डिग्री ली थी। 

<p style="टेक्स्ट-एलाइन: जस्टिफ़ाई करें;"पहलवानों का विरोध: ‘पहलवानों का प्रदर्शन आगे भी जारी रहेगा’, पीलेभीत में बोले राकेश टिकैत, खाप पंचायतों में एमएसपी भी हासिल होगा
 

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Umesh Solanki

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