मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में कटनी जिले का अभिनव नवाचारहर विकासखंड के लिए लाड़ली बहना सेना का अलग-अलग रंग का ड्रेस कोड अपनाने वाला कटनी प्रदेश का पहला जिला
कलेक्टर अविप्रसाद लाभार्थी को लाडली बहना योजना का प्रमाण पत्र देते हुए
मध्य प्रदेश कटनी जिले में कलेक्टर अवि प्रसाद के मार्गदर्शन में अभियान चलाकर डीबीटी सक्रिय करने का कार्य किया गया। आज शाम को मुख्यमंत्री श्री चौहान कटनी जिले की 2 लाख 29 हजार 791 महिलाओं के खाते में राशि का अंतरण करेंगे। शेष पात्र महिलाओं के डीबीटी का कार्य प्रचलित है, हो जाने के बाद उनके खाते में भी राशि अंतरित की जाएगी।
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास नयन सिंह ने बताया है, कि गठित लाड़ली बहना सेना का ड्रेस कोड अलग-अलग रंग का निर्धारित किया गया है। विकासखंड कटनी मुडवारा (ग्रामीण) का लाल, कटनी शहर का गुलाबी, रीठी विकासखंड का पीला, बहोरीबंद विकासखंड का भूरा, विजयराघवगढ़ और ढीमरखेड़ा विकसखण्ड का काला तथा विकासखंड बड़वारा का पैरट ग्रीन(हरा) रंग का ड्रेस कोड है।
कलेक्टर अविप्रसाद का स्वागत करते हुए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता
लाड़ली बहना इस नये ड्रेस कोड में काफी प्रफुल्लित हैं और शाम को अपने लाड़ले भैया और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सुनने बेताब होकर पलक पांवड़े बिछाए बैठी है।
मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना बढ़ायेगी बहनों का आत्म-विश्वास और मान-सम्मान – मुख्यमंत्री श्री चौहान
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में महिला सशक्तिकरण की दिशा में अनेक कदम उठाए गए हैं। इसी कड़ी में ष्मुख्यमंत्री लाड़ली बहनाष् योजना लागू की गई है। यह मेरी अंतरात्मा से निकली योजना है। इससे बहनों का आत्म-विश्वास, घर-परिवार और समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा। योजना में पात्र हितग्राही बहनों को हर माह 1000 रूपए मिलेंगे। उन्होंने कहा कि आज शाम जबलपुर से प्रदेश की एक करोड़ 25 लाख बहनों के खातों में एक-एक हजार रूपए की राशि सिंगल क्लिक से अंतरित की जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान स्मार्ट उद्यान में पौध-रोपण के बाद मीडिया से चर्चा कर रहे थे।
मेरा मुख्यमंत्री बनना सार्थक हो गया मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज मेरा मुख्यमंत्री बनना सार्थक हो गया है। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के क्रियान्वयन से बहनों के जीवन में नया बदलाव और खुशहाली आएगी। उन्होंने कहा कि आज मेरे जीवन का सबसे सुखद और महत्वपूर्ण दिन है। माँ, बहन और बेटियों के कल्याण के लिए यह योजना मील का पत्थर साबित होगी।
बेटियाँ अब बोझ नहीं, वरदान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बेटियाँ अब बोझ नहीं, वरदान हैं। प्रदेश में बेटियों की शादी बोझ न रहे, इसके लिए सबसे पहले मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह योजना लागू की गई थी। इसके बाद वर्ष 2006 में लाड़ली लक्ष्मी योजना बनाई गई, जिससे लिंगानुपात में सुधार आया है। वर्ष 2012 में एक हजार बेटों पर 912 बेटियाँ जन्म लेती थी। अब यह अनुपात 956 हो गया है। बेटियों के जन्म लेने पर लोग अब खुशियाँ मनाते हैं।
महिलाओं का सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक सशक्तिकरण मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं का सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक सशक्तिकरण किया जा रहा है। इसके लिए स्थानीय निकायों के निर्वाचन में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण का लाभ मिल रहा है। महिलाएँ स्थानीय प्रशासन में अच्छी भागीदारी निभा रही हैं। बेटियों को पुलिस भर्ती में 30 प्रतिशत और शिक्षकों की भर्ती में 50 प्रतिशत आरक्षणदिया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि महिलाओं के नाम पर मकान, जमीन और अन्य सम्पत्ति की खरीदी पर रजिस्ट्री शुल्क में छूट देने से महिलाओं के नाम रजिस्ट्री की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है।