सावली सामधा घाट पर पिछले 5 महीने से लगातार रेत माफिया द्वारा 2 से 3 पोकलेन 60 से 70 बड़े ट्रैक से रेत उत्खनन की जा रही थी। लिज खत्म होने केबाद भी कई महीना लगातार रेत उत्खनन पटवारी से लेकर बड़े अधिकारियों के जानकारी में खनन कर राज्य सरकार के करोड़ों राजस्व को की चोरी हो रही थी । कई हेक्टर रेत घाट से रेती की चोरी हुई।खबर लाज के बाद अचानक रातोरात उत्खनन बंद हुई।अब अधिकारी कुम्बकर्ण की मंद से जागने के बाद रेत माफिया पर कारवाही करेगी या बारिश का इंतजार करेगी ? जिससे घाट से की गई रेत उत्खनन के गड्डे पानी से भर जाए और सभी साक्ष मिट जाए? क्या जानबूजकर अधिकारी मौन धारण कर राज्य सरकार के करोड़ों रुपए नुकसान करने का जिम्मेदार नहीं हैं?कैसे पटवारी से लेकर अधिकारी के नाक के नीचे से खुलेआम लाखों ब्रश रेत उत्खनन की गई? और क्यों? क्या सभी अधिकारी माफिया के हितसंबन्ध बनकर मलाई खाने में व्यस्त रहे? अब जब खबर के माध्यम से जानकारी हुई है तो कारवाही कब होगी? चंद्रपुर गड़चिरोली जिला में कई महीनो से खुलेआम अधिकारियों के छत्र छाया में रेत माफियों के द्वारा राजस्व की चोरी हो रही हैं।अधिकारी गूंगा बहरा अंधा बनकर सरकारी कार्यालय में खुंभकर्ण की नींद में मशगूल हैं।अब देखने की बात होगी कब तक समधा घाट के महाभ्रष्ट कर शासन का नुकसान पर कारवाही क्या करती हैं।

ज्ञानेंद्र एस विश्वास

संजय रामटेके ( सह संपादक )

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