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यूपी समाचार: उत्तर प्रदेश के अमेठी (अमेठी) से रिश्तों को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है, जहां एक कलयुगी मां ने बच्चे की चाहत में अपने सौतेले बेटे की बली चढ़ा दी। दो दिन पहले इस निर्मम हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने पंचों में मां, उसके माता-पिता और एक तांत्रिक को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने अभियुक्तों के पास से हत्या में इस्तेमाल गांजा, नींबू, जायफल, अंगौछा और एक मोटरसाइकिल बरामद किया है।

यह पूरा मामला जिले के जामो थाना क्षेत्र के उसडीह रेसी गांव का है। जहां जितेंद्र प्रजापति के चार साल के बेटे सतेंद्र प्रजापति का दो दिन पहले घर से दूर अधजला शव मिला था। सूचना के बाद एक जगह पर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर लोकेशन के लिए भेजने के मामले की जांच शुरू कर दी थी। घटना के बाद से ही आशंका जताई जा रही थी कि तंत्र के चक्कर में मानव की हत्या का मंत्र बन गया है। जांच में जुटी पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर मंगरू प्रजापति, प्रेमा देवी, दयाराम यादव और रेनू प्रजापति को गिरफ्तार कर लिया।

तांत्रिक ने दी बलि चढ़ाने की सलाह

संकीर्ण सतेंद्र की मां तीन साल पहले अपने पति को छोड़कर भाग गई थी। जिसके बाद जंजीर सतेंद्र के पिता जितेंद्र ने मुसाफिरखाना थाना क्षेत्र के रहने वाले मंगरू प्रजापति की बेटी रेनू प्रजापति से दूसरी शादी की, रेनू की भो ये दूसरी शादी की थी। शादी के बाद से ही रेनू अक्सर बीमार रहने लगी और शादी के लंबे समय बाद भी उसका बच्चा नहीं हो रहा था। सदी सौतेली मां के पिता ने ये बात तांत्रिक दयाराम यादव को बताई। तांत्रिक दयाराम ने सलाह दी कि जब तक कोई बच्चा किसी की बलि नहीं देगा तब तक उसकी बेटी का बच्चा नहीं होगा और वह लगातार बीमार रहेगा।

चिल्लाने पर जाल बिछाकर घोंट कर हत्या की

तांत्रिक द्वारा दी गई सलाह के बाद सभी ने सामूहिक साजिश रची। 11 जून की देर रात जितेंद्र के घर के पास ही बारात आई थी, जिसमें शामिल होने के लिए जितेंद्र चला गया। कुछ देर बाद उनकी पत्नी रेनू अपने सौतेले बेटे सतेंद्र को लेकर गांव के बाहर स्थित पीपल के पेड़ के पास चली गईं। वहां से पहले ही रेनू के पिता मंगरू, मां प्रेमा देवी और तांत्रिक दयाराम यादव मौजूद थे। तंत्र क्रिया के दौरान तांत्रिक अपना तंत्र विद्या करता रहा और तीनों नौजवानों को चिलम और अगरबत्ती से जलाते रहे। चिन्ह के बाद जबेंद्र सत चिल्लाने लगा तो मां ने गमछे से उसका गला घोंटकर हत्या कर दी और पिता पैर पकड़ लिया। इस दौरान भी तांत्रिक अपने तंत्र विद्या में लीन था। हत्या के बाद सभी मोटरसाइकिल पर सवार हो गए और रेनू अपने घर चली आई। देर से लौटे जितेंद्र ने बेटे को घर में न पाकर उसकी तलाश की और सुबह उसे सतेंद्र की लाश मिली।

पुलिस अधीक्षक ने हां मामले पर क्या कहा?

इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए अपरि पुलिस अधीक्षक हरेंद्र कुमार ने कहा कि बरामद की सौतेली मां, उसकी मां बाप और तांत्रिक को गिरफ्तार कर लिया गया है। वे पिंजरे के सौतली मां रेनू को कोई बच्चा नहीं हो रहा था, सुनहरी लेकर तांत्रिक दयाराम यादव ने बताया कि किसी बच्चे की बलि दे दोगे तो उसे बच्चा प्राप्त होगा। इसी उद्देश्य से आसपास के एक साथ रहने वाले बच्चे को गांव के बाहर लेकर गए, वहां अभियुक्तों ने पहले जन के शरीर को अगरबत्ती से जलाते रहे और बाद में गला घोंटा कर उसकी निर्मता से हत्या कर दी।

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Umesh Solanki

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