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वर्तमान समय में मैदा हमारे आहार का एक अहम हिस्सा चुका चुका है। हर रोज लॉक किए गए खाद्य पदार्थों के लाभ उनमें से अधिकतर मैदा होते हैं। ज्यादातर लोग मैदा से बने समोसे, कचौड़ी, पूड़ी और नान खाना पसंद करते हैं। इसके अलावा, कढ़ाई, ब्रैड, निर्दिष्ट और अन्य बताए गए खाद्य पदार्थ बनाने के लिए भी मैदे का प्रयोग किया जाता है। दरअसल, ये आपके हाई ग्लाइसेमिक शॉक (जीआई) के कारण शरीर के ब्लड शुगर को प्रभावित करते हैं। मैदा से बनी हुई चीजें खाने में तो स्वादिष्ट लगती हैं, लेकिन इससे हमारी सेहत को कई तरह के नुकसान पंहुच सकते हैं।

वर्गीकरण के अनुसार, मैदा एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जो स्वास्थ्य के लिए खराब हो सकता है। हाल ही में प्रकाशित अध्ययनों में, खाद्य पदार्थों में मैदा के उपयोग के संबंध दिल की बीमारी, बढ़ते मोटापे और अन्य बीमारियों के साथ देखे गए हैं। मैदा एसिड, शक्कर और प्रोटोकॉल की वजह से व्हीट से बना होता है और इसमें कम फाइबर होता है जो शरीर के लिए जरूरी होता है। इसके अलावा, मैदा खाद्य पदार्थों में प्राकृतिक गेहूं की तुलना में कम विटामिन, खनिज और प्रोटीन की मात्रा प्रदान करता है। अध्ययनों से यह भी पता चला है कि मैदा वाले भोजन का अधिक सेवन करने से मोटापा बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है और इससे संबंधित स्थिति के लिए भी जिम्मेदार हो सकते हैं।

मैदा भोजन का नुकसान

1. पोषक तत्वों में कमी

मैदा खाने से शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो सकती है। ऐसा इसलिए, क्योंकि गेंहू की बाहरी प्रतिक्रिया को हटाकर मैदा तैयार किया जाता है। इस प्रक्रिया में अधिकांश पोषक तत्व और फाइबर नष्ट हो जाते हैं। मैदा रोज खाने से आपके शरीर में जरूरी विटामिन, जलन और फाइटोकेमिकल्स की कमी हो सकती है।

2. पाचन संबंधी विकार

मैडाइट का अधिक सेवन करने से पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। मैदा में फाइबर ना होने की वजह से यह आसानी से खाना पचा नहीं पाता है। मैदा खाने से कब्ज, अपच और एसिडिटी जैसे पाचन संबंधी संबंधी विकार हो सकते हैं।

3. ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है

मैदा खाने से शरीर में ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ सकता है, क्योंकि मैदे का ग्लाइसेमिक शॉक काफी अधिक होता है। मैदा का अधिक सेवन करने से रक्त में ग्लूकोज जमने लगता है, जो छोटी-छोटी समस्या अधिक बढ़ सकती है। मैदा का सेवन ज्यादा करने से लाइनिंग होने का खतरा बढ़ सकता है।

4. हड्डियों की कमजोरी बन जाती है

मैदा एसिडिक नेचर होता है। इसमें प्रोटीन की मात्रा के बराबर पाई जाती है। इसके ज्यादा सेवन से आपके शरीर में एसिड की मात्रा बढ़ सकती है। इससे हड्डियों पर बुरा असर पड़ता है और हड्डियों के कमजोर होने की समस्या हो सकती है।

5. कोलेस्ट्रल प्राप्त होता है

मैदा के ज्यादा सेवन से कोलेस्ट्राल का स्तर बढ़ सकता है। बात यह है कि मैदा में शेयर की मात्रा अधिक पाई जाती है जिससे मोटापा बढ़ सकता है। मोटापा बढ़ने से शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड का स्तर भी बढ़ने लगता है। तो अगर आपको पहले से ही कोलेस्ट्राल की समस्या है तो मैदा खाने से बचें।

मैदा के नुकसान से बचने के लिए अपनाए ये टिप्स

1. मैदा खाने से पहले उसे फर्मेंट कर लें

कोशिश करें कि घर के बाहर मैदा ना ताकत। मैदा को फर्मेंट करें यानी कि इसमें किमार बनाएं. मैदे में किमार बनाने से वह प्रोबायोटिक हो जाता है और गट हेल्थ के लिए हेल्दी होता है और आसानी से पचता है।
मैदा में किराना उठाने के लिए आप नींबू और सपने देख सकते हैं या तो आप दही का उपयोग कर सकते हैं।

2. मैदा नीचे से पहले उसे चेहरा लें

मैदा से अगर आप कुछ भी बनाने की कोशिश करते हैं कि उसे पहले छत लें, इससे मैदा पेट में जाके नहीं उठेंगे और आसानी से पच भी जाएंगे। आप चाहें तो मैदा में सूजी या आटा मिलाकर भी बन सकते हैं, इससे भी पेट में मैदा नहीं मिलेगा।

3. मैदा पचाने के लिए अपनाये काम

मैदा कैसे पचाए ये सवाल हर किसी के मन में आता है, तो आप जानते हैं कि मैदा को कैसे पचाए
1. मैदा पचाने के लिए मैदा खाने के बाद 30 मिनट तक व्यायाम करें।
2. मैदा से बनी चीज खाने के बाद खूब पानी पीएं।
3. मैदा खाने के बाद दही बहुत असरदार होता है।

मैदा की इन्हें शामिल करें अपनी डाइट में

आप अपनी डाइट में मैदा की जगह गेंहू, ब्राउन राइस, बजरा, जोवार और रागी को शामिल कर सकते हैं। ये मैदा का एक अच्छा विकल्प बन सकता है। अब तो बाजरों में भी गेंहू की ब्रेड, लेनदेन और पासता आसानी से मिल जाते हैं।

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Umesh Solanki

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