[ad_1]

एक स्वस्थ व्यक्ति की तुलना में जुड़ने वाले व्यक्ति को अपने खाने और पीने को लेकर कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए।  ऐसी कोई भी चीज जिसे खाने के बाद उनके शरीर को नुकसान न हो जाए इसलिए थोड़ा परहेज करना चाहिए। गर्मियों का मौसम है बाजार में कई तरह के फल और जूस मिल रहे हैं. ऐसे में लीन के मरीज को सावन को घसीटते हुए और क्या फल खाते देखते हैं आज आपको वोट देते हैं। गर्मियों में बाजार में गन्ने का जूस खूब मिलता है। ऐसे में आज दावा करते हैं कि चुने हुए मरीज को गन्ने का जूस घसीटना चाहिए या नहीं है।

गन्ने का रस स्वास्थ्य के लिए अच्छा है। 

‘ऑनली माई हेल्थ’ में छपी खबर के मुताबिक  गने का रस एक नैचुरल खींचा है। जो स्वास्थ्य का खजाना है जैसे- तांब, मैग्नीशियम, पोटेशियम, विटामिन ए, बी1, बी2, बी3 और सी, जिंक, मैंगनीज, कैल्शियम और आयरन जैसे महत्वपूर्ण खनिज शामिल हैं। फार्माकोग्नॉसी रिव्यूज में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक गन्ने के रस में 70-75% पानी, 13-15% सुक्रोज और 10-15% फाइबर होता है। इसके अलावा, इसी अध्ययन में कहा गया है कि भारत में पीलिया, रक्तस्राव, पेशाब में जलन, जलन में जलन और शौचालय संबंधी बीमारी के इलाज में गन्ने का रस बेहद खतरनाक है। 

क्या यह नामांकित लोगों के लिए सुरक्षित है?

ऑनली माई हेल्थ के अनुसार गन्ने के रस से जुड़े कई स्वास्थ्य लाभ हैं। हालांकि, यह चीनी में उच्च है, एक कार्बोहाइड्रेट जो शरीर ग्लूकोज में टूट जाता है और रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ा सकता है। 50 मिलीग्राम जूस में 50 ग्राम चीनी है, जो 12 चम्मच चीनी से अधिक है। वयस्क महिलाओं को प्रतिदिन 24 ग्राम से अधिक का सेवन नहीं करना चाहिए और पुरुषों को 36 ग्राम से अधिक का सेवन नहीं करना चाहिए।

ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) एक ऐसा अंग है दो कोई भोजन या पेय कितना जल्दी रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ाया जा सकता है। वह नापता है। लीन सीजर के लिए आदर्श जी.आई. 50-55 की सीमा में है। हालांकि गन्ने के रस का जीआई 43 है, जो मधुमेह रोगियों के लिए संशोधित खुराक से बहुत कम है, केवल थोड़ी मात्रा में ही दिया जा सकता है। हालांकि गन्ने के रस में जीआई कम होता है, फिर भी इसमें उच्च ग्लाइसेमिक लोड (जीएल) होता है। जिसका अर्थ है कि यह रक्त के स्तर को प्रभावित कर सकता है। हालांकि, गन्ने का रस उन साहचर्य के लिए हो सकता है, जिनकी अचानक शुगर ड्रॉप हो जाती है। इसे हाइपोग्लाइसेमिक (कम शुगर) भी कहा जाता है, जो शुगर लेवल को बढ़ाने में मदद करता है।

यदि आप ब्लड में शुगर लेवल को परेशान करते हैं तो आपको गन्ने का रस संभल कर ध्यान देना चाहिए< /strong>

बढ़ी हुई पत्तियों

जल्दी जोखिम आना
वजन घटना

थकान और कमजोरी महसूस होना

चिड़चिड़ापन या अत्यधिक मूड परिवर्तन महसूस होना

धुंधली दृष्टि

धीरे-धीरे भरे हुए घाव

बढ़े हुए संक्रमण, जैसे मसूड़े, त्वचा में संक्रमण

डायबिटीज के मरीजों को रस पीने से थोड़ी परेशानी हो सकती है। गन्ने का जूस पीने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। पहले से अटके हुए, अटैच किए हुए और दूषित खाद्य पदार्थों से बचें। झटके, सफेद ब्रेड और चावल जैसे साधारण कार्ब्स को अपने आहार में शामिल न करें। चीनी-मीठे न से प्रबल।

अस्वीकरण: इस लेख में बताई गई विधि, तरीके और सलाह पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।

em> 

ये भी पढ़ें: बच्चे पर जादू की तरह काम करती हैं पैरेंट्स की ये पांच बातें, दबाव का दबाव उड़ जाएगा, तनाव बना रहेगा कोसों दूर

[ad_2]

Source link

Umesh Solanki

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *