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नवग्रह: हमारे जीवन की कहानियों में ग्रहों की दशा और दिशा का विशेष महत्व माना गया है। संकेत के होने से जीवन में शांति और समृद्धि बनी रहती है और भाग्य भी साथ देता है। आइए जानते हैं दैनिक जीवन के कुछ ऐसे उपाय जिनसे आपको नवग्रह से शांति मिलेगी।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आपके कुंडली के सभी नौ ग्रह जीवन को प्रभावित करते हैं यानी विवाह, व्यवसाय, स्वास्थ्य, आदि वित्त। कुंडली में इन राशियों का चाल योग या दोष (नकारात्मक प्रभाव) बनता है। इन नवग्रह दोषों के कारण लोगों को अपने जीवन में अलग-अलग तरह के छोटे-छोटे टुकड़ों का सामना करना पड़ता है। इन संकेतों के अशुभ दोष या अशुभ प्रभाव को कम करने और दोषमुक्त करने के लिए हम नवग्रह पूजा कराते हैं।
किस दिन बोली पर क्या लिखा –
- सोमवार – सोमवार को रॉ दूध चढ़ाएं। कच्चे दूध से चंद्रमा मजबूत होता है और शिव आकर्षक होता है
- नवग्रह की शांति के लिए मंगलवार – नवग्रह की शांति के लिए मंगलवार को शहर में प्रार्थना करें। इससे मंगल कार्य सिद्ध होगा।
- रविवार – रविवार को बेलपत्र पर अर्पण करना चाहिए। बेलपत्र भगवान शिव भगवान का प्रिय है।
- गुरुवार – गुरुवार को व्रत का रस निकर करने से जीवन खुशियां आती हैं। शिव जी के दर्शन और चिन्ह की दिशा और दशा ठीक होती है।
- शुक्रवार – इस दिन गुलाब जल या चंदन का पानी पर अभिषेक करने से शुक्र मजबूत होता है।
- शनिवार – शनिवार के दिन पर काले तिल या काला उधड़ चढ़ाने से शनि देव के अशुभ प्रभाव से विपरीत प्रभाव पड़ता है।
- रविवार – इस दिन भगवान शिव पर जल चढ़ाएं, नक्षत्र तो जल में थोड़ा सा अक्षत मिला लें। इससे सूर्य ग्रह मजबूत होता है। सूर्य जीवन में प्रोसीडी प्रदान करता है।
अस्वीकरण: यहां चार्टर्ड सूचना सिर्फ अभ्यर्थियों और विद्वानों पर आधारित है। यहां यह जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की सहमति, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या सिद्धांत को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।
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