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सिंगरौली बलात्कार मामला समाचार: मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में चार साल की बच्ची से विवाह बंधन में बंधने का मामला सामने आया है। पुलिस ने मासूम को गिरफ्तार कर उसके घर को बिजली की मशीन से गिरा दिया। मोरवा थाना क्षेत्र के मोरवा सिंगरौली जिले में चार साल की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया है। यह किसी और ने नहीं बल्कि मासूम बच्ची का मुंहबोले मामा ने ही किया है.

बताया जा रहा है कि शुक्रवार की सुबह 9 बजे बच्ची की मां अपने घर से सामान लेकर अपने घर की दुकान पर गई, बच्ची के साथ उसके घर में उसका मामा टीवी देख रहा था, इसके बाद उसकी दोस्ती को अंजाम दे दिया गया।

मासूम बच्ची रोटी बिलखती रही, आस-पास के लोगों की रोने की आवाज से दुखी होकर बच्ची ने मां को अपने मामा की करतूत बताई, जिसके बाद पुलिस को घटना की जानकारी दी गई, आस-पास के लोगों ने अपनी पुलिस के हवाले कर दिया। दिया कर.

बताया जा रहा है कि मूल निवासी और बच्चे की मां का भाई भाई की तरह छोटे भाई से जुड़े थे और बच्चे बेघर बच्चे को अपना मामा करार देते थे, लेकिन दरिंदगी भरी इस घटना ने समाज को और बच्चे को पूरी तरह से शर्मसार कर दिया। अनाधिकृत अनाथालय पुलिस के मकानों में और प्रशासन द्वारा बुलडोजर छात्रावास के मकानों को ध्वस्त किया जा रहा है।

पॉक्सो और अप्राकृतिक संबंध की धारा में केश दर्ज
इस बड़ी घटना में मोरवा के ऑब्जर्वर यू. पी. सिंह ने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया। जिसके बाद साजिदा पनिका के निर्देशन में उपनिरीक्षक शीतला यादव ने पनिका पिता रामलखन पनिका उम्र 22 वर्ष के विरुद्ध धारा 450, 376, 376 AB, 376(2)(n), 377 भादवी, 5( एम), 5(1).6 पास्को अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में पुलिस ने नाबालिगों को न्याय दिलाने के लिए पीड़ितों और गरीबों का चिकित्सकीय सामान ले लिया। बताया गया है कि अप्राकृतिक अविश्वास के बाद मासूम की स्थिति गंभीर है।

घर का बना हुआ विध्वंस
इस मामले को स्मरणीय में ही जिला प्रशासन की कार्रवाई में शामिल कर लिया गया। सूचना सूचना ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर कलेक्टर अरुण परमार एवं पुलिस अधीक्षक जोसेफ शहीद के निर्देश पर अंबेडकर नगर में बुलडोजर की खरीद-फरोख्त की तैयारी की गई। पुलिस अधीक्षक जोसेफ़ शैतान के पर्यवेक्षक में साएत राकेश कोल, पर्यवेक्षक यू. पी. सिंह, आर. शाम 6 बजे तक घर को जमींदोज कर दिया गया। 8 घंटे के भीतर प्रशासन ने समाज में नजीर पेश करने के माध्यम से यह कार्रवाई की है।

प्रदेश में ऐसे मामले हैं जिनमें मौत की सजा का प्रावधान है
युवराज सरकार ने समय-समय पर एक ऐसे मामले पर आरोप लगाया है, जिसमें 12 साल से कम उम्र की जेल में बंद या रेलवे बोर्ड को बर्खास्त कर दिया गया है। ऐसे मामलों में मौत की सज़ा का प्रावधान है। सोसायटी के लोगों का मानना ​​है कि रेयर केश रेयर रेस्टोरेशन को फास्ट ट्रैक कोर्ट द्वारा मृत घोषित कर दिया गया है।

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Umesh Solanki

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