दिनांक /13/01/2024
पाटन/ संत विनोबा भावे कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र, मर्रा पाटन में स्वामी विवेकानंद की जयंती के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय युवा दिवस मनाई गई!
कार्यक्रम का आयोजन मुख्य अतिथि श्रीमती हर्षा लोकमनी चंद्राकर, जिला पंचायत सदस्य, दुर्ग, विशिष्ट अतिथि डॉ. भूपेंद्र कुलदीप कुलसचिव, हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. ओ. पी. परगनिहा अधिष्ठाता, कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र, मर्रा एवं लोकमनी चंद्राकर मण्डल अध्यक्ष भाजपा उत्तर मण्डल, दुर्ग की उपस्थिति में किया गया। इस कार्यक्रम में युवाओं को प्रेरित करने के लिये विशेष रूप से श्री सुब्रत मजूमदार, मोटिवेशनल स्पीकर दुर्ग एवं अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
कार्यक्रम का शुभारम्भ माँ सरस्वती तथा छत्तीसगढ़ महतारी के तैलचित्र पर पूजा अर्चना कर किया गया। ततपश्चात इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय का कुल गीत गाया गया।
कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र, मर्रा के अधिष्ठाता डॉ.ओ.पी. परगनिहा ने अपने अध्यक्क्षिय उद्बोधन में महाविद्यालय के साढ़े चार साल की उपलब्धियों के बारे में विस्तार से बताया! युवा दिवस के इस अवसर पर उन्होंने कृषि महाविद्यालय में अध्ययनरत छात्रों से विवेकानंद जी के आदर्शो एवं विचारों को अपने जीवन में अंगिकृत करने हेतु आह्वान किया। विवेकानंद जी आज भी युवाओं के प्रेरणाश्रोत है। उन्होंने बहुत ही कम आयु में आध्यात्म और दर्शन की ओर अग्रसर होकर अपने जीवन को समाज सुधार एवं गरीबों की सेवा में लगा दिया था। डॉ. परगनिहा ने कृषि छात्रों से आह्वान किया कि वे आज इस अवसर पर एक संकल्प लें ताकि जनता जनार्दन की भूख की पिपाशा को शाँत करने हेतु कृषि क्षेत्र में नवीन अनुसंधान एवं तकनीकों का प्रयोग कर अधिक से अधिक फ़सल उत्पादन में समाज का सहयोग निरंतर करते रहेंगे।
राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर युवाओं को अपने वक्तव्य के माध्यम से मार्गदर्शन प्रदान किया गया!
अगली कड़ी में मोटिवेशनल स्पीकर श्री सुब्रत मजूमदार ने बड़े ही रोचक अंदाज में छात्र -छात्राओं से परिचर्चा कर विवेकानंद जी के दर्शन और उनके व्यक्तिव का बोध कराते हुऐ उनके द्वारा कहे गये विचार “उठो, जागो और तब तक ना रुको, जब तक मंजिल प्राप्त ना हो जाय” इस विचार को युवाओं द्वारा किस प्रकार हकीकत में तब्दील कर संघर्षो से मेहनत करते हुऐ अपने लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु स्वप्रेरणा जागृत करने का आह्वान किया! आगे अपने स्पीच के माध्यम से बच्चों को खूब मनोरंजन के साथ शिक्षाप्रद ज्ञानवर्धक बातें बतायी गई!
विशिष्ट अतिथि डॉ. भूपेंद्र कुलदीप, कुलसचिव, हेमचंद विश्वविद्यालय, दुर्ग ने युवाओं को संघर्ष कर अपनी मंजिल को कैसे प्राप्त की जाति है इस विषय पर अपनी जीवन में घटित घटनाओ का उदाहरण देकर बड़े ही रोचक अंदाज में लक्ष्य प्राप्ति करने हेतु सदैव प्रयत्न करने का आह्वान किया! निराशा के आगे आशा की किरण सदैव विद्यमान रहती है तथा मनुष्य के जीवन में अपने माता-पिता का योगदान सर्वोपरि होता है! आज के युवाओं को अपने माता पिता का सम्मान सदैव करना चाहिए!
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि द्वारा युवा दिवस के अवसर पर कराये गये विभिन्न प्रतियोगिता रंगोली, चित्र कला एवं भाषण में प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को पुरुस्कार देकर सम्मानित किया गया! कार्यक्रम के मुख्यअतिथि जिला पंचायत सदस्य दुर्ग श्रीमती हर्षा लोकमनी चंद्राकर द्वारा अपने ओजपूर्ण भाषण में विकसित भारत बनाने में युवाओं एवं महिलाओं के योगदान पर विस्तारपूर्वक चर्चा किया गया!
कार्यक्रम के अंत में समस्त छात्र-छात्राओं एवं अतिथियों को विकसित भारत बनाने हेतु लोकमनी चंद्राकर द्वारा शपथ दिलवाकर विकसित भारत बनाने में सभी को बढ़-चढ़ कर अपना योगदान देने हेतु आह्वान किया गया!
कार्यक्रम का संचालन एन एस एस के कार्यक्रम अधिकारी एवं प्रभारी डॉ. सुशीला द्वारा किया गया!
कृषि महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. अमीन कुरैशी द्वारा आभार प्रर्दशन कर कृतज्ञता ज्ञापित किया गया!
कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय के सह-प्रध्यापक डॉ. नितिन कुमार तुर्रे, डॉ. रूथ. ई. एक्का, डॉ. दीपिका देवदास, इंजीनियर किपु किरण, पुस्तकालयाध्यक्ष श्री प्रवीण कुमार साहू, श्री हेमंत कुमार साहू, लुकेश महानन्द,तरुण चन्द्राकर, गीतिका पियूष, डॉ. प्रशांत, डॉ. चतुरवेदानी एवं डॉ अनु तथा एन एस एस के छात्र-छात्राओं का विशेष योगदान एवं सहयोग रहा !
इस अवसर पर क्षेत्रीय पत्रकार श्री राजू वर्मा, होरी वर्मा, उत्तम राजपूत, वाशु वर्मा,मुकुंद विश्वकर्मा, पिंशु महिलाँगे सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे!