इरफान जामियावाला: बॉलीवुड विश्लेषक
राम जन्मभूमि के अतीत और असंख्य रामभक्तों के 500 वर्षों के संघर्ष की कहानी को दर्शाती फ़िल्म ‘सिक्स नाइन फ़ाइव’ (695) में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भूमिका निभाने वाले कलाकार शैलेन्द्र गौड़ के अभिनय को खूब सराहा जा रहा है, उन्होंने कहा की अटल बिहारी वाजपेयी जी का चरित्र निभाने में काम आया उनके साथ बिताया हुआ कुछ पल, अभिनय के सिद्धांत में एक सिद्धांत इमोशनल मेमोरी के सहारे जिवंत किया अटल बिहारी बाजपेयी साहब का किरदार को,
फिल्म में अटल बिहारी वाजपेयी बनकर उनके ओजस्वी भाषणों की अदायगी करने वाले शैलेन्द्र गौड़ मुजफ्फरनगर के रहने वाले हैं। उनकी भूमिका से राम मंदिर निर्माण का रास्ता प्रशस्त करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी की महत्वपूर्ण भूमिका से दर्शक आत्मसात हो रहे हैं। नगर की गांधी कालोनी गली नंबर-17 निवासी शैलेंद्र गौड़ बालीवुड में स्थापित कलाकार हैं। वर्ष 2001 में श्री फोर्ट आडिटोरियम में वीर सावरकर के शो के दौरान शैलेन्द्र गौड़ की मुलाकात तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से हुई थी,
फिल्म 695 में अभिनेता शैलेन्द्र गौड़ ने बताया कि इस फिल्म की खास बात यह है कि यह उन्हीं लोकेशन पर शूट हुई, जहां मंदिर आंदोलन से जुड़ी घटनाएं हुई थीं।
‘695’ नाम में छिपा है राम मंदिर स्थापना का रहस्य
शैलेन्द्र गौड बताते हैं कि फिल्म 695 में छह का अर्थ छह दिसंबर 1992 (ढांचा गिराए जाने की तारीख), नौ का मतलब नौ सितंबर 2019 (रामलला के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आने की तारीख) और पांच का मतलब पांच अगस्त 2020 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा राम मंदिर के भूमि पूजन की तारीख है। बताते है कि इस फिल्म के माध्यम से देश के उस संघर्ष का इतिहास सामने लाने का प्रयास किया गया, जो करोड़ों देशवासियों के धैर्य का परिचायक है। बताया कि पढ़ाई के दिनों में वह स्कूल- कालेज में शौकिया नाटक करते थे। तब नहीं पता था कि वह एक दिन किसी फिल्म में पूर्व पीएम का किरदार निभाएंगे।
शिक्षाविद वनने के वाद पकड़ी अभिनय की राह
हिंदी से मास्टर्स और फिर हिंदी डायरी टापिक में पीएचडी कर शैलेंद्र शिक्षण के क्षेत्र में आगे बढ़ गए थे, लेकिन नियति को कुछ और मंजूर था। बताते हैं कि शिक्षक के रूप में नौकरी की शुरुआती दिक्कत के बाद उन्होंने मंडी हाउस दिल्ली के लिविंग थिएटर का रुख किया। यहां उन्हें इब्राहिम अल्काजी जैसे गुरु से अभिनय का ककहरा सीखने का मौका मिला। उनकी फिल्मों की शुरुआत 2001 में फिल्म ‘वीर सावरकर’ से हुई। वीर सावरकर की मुख्य भूमिका निभाने वाले शैलेंद्र गौड़ की एक्टिंग को काफी सराहा गया। हेमा मालिनी के साथ एक रानी ऐसी थी फिल्म भी उन्होंने की। कुछ माह पहले गदर-2 फिल्म में भी अभिनय किया। वहीं, बालिका वधू और मोहे रंग दे समेत 50 से अधिक धारावाहिक में भी अभिनय कर चुके हैं।