[ad_1]

राधा कृष्ण: प्रेम कहानी तो आप काफी सुनेंगे। हर जगह सबसे पहले राधा-कृष्ण का ही नाम आता है। पुराणों में राधा और कृष्ण के प्रेम को इस लोक का नहीं बल्कि परलौक का बताया गया है। ऐसा माना जाता है कि सृष्टि की उत्पत्ति से और सृष्टि का अंत होने के बाद भी दोनों नित्य गोलोक में वास करते हैं। राधा-कृष्ण की कुछ कहानियाँ तो आप सुनेंगे. लेकिन क्या आप जानते हैं कि कृष्ण को पहली बार देखकर राधा बेसुध हो गई थी। आइए जानते हैं इसके पीछे की कहानी।

कैसे और हुई थी राधा और कृष्ण की पहली मुलाकात

राधा कृष्ण की पहली मुलाकात मुथरा के गोकुल नगर में हुई थी। यह घटना बचपन के समय की है, जब राधा और कृष्ण दोनों बालपन में थे। एक दिन राधा अन्य गोपियों के साथ खेलती हुई कृष्ण को देखने चली गईं। जब राधा ने कृष्ण को पहली बार देखा तो वे एक दूसरे के प्रति आकर्षित हुए। उनके दिल में एक आवाज आई। कृष्ण का आकर्षण अद्भुत है। इसके बाद से राधा कृष्ण की प्रतिभा, गुण और लीलाओं में लीन होने बेसुध हो गए। जब राधा कृष्ण से प्रेम हुआ तो ये बात पूरे ब्रजमंडल में आग की तरह फैल गई, इस दोहे के माध्यम से इस लीला का भ्रम हुआ-

प्रेम हुआ जब श्याम को, जान गया संसार।

सभी कहे ये देख लो, कितने रिश्ते प्यार।।

कैसे हुई राधा और कृष्ण के प्रेम की शुरुआत

कृष्ण भी राधा के प्रेम में मग्न हो गए और वे दोनों एक दूसरे के साथ मिलने लगे। राधा कृष्ण का प्रेम अत्यंत आध्यात्मिक और पवित्र है। उनकी प्रेम कहानी में विशेष महत्वपूर्णता है, क्योंकि यह प्रेम दो आत्मा का विलय का प्रतीक है, जो अंततः परमात्मा और आत्मा के अद्वैत संबंध की प्रतीक्षा करती हैं। राधा कृष्ण की प्रेम कथा हिन्दू धर्म में भक्ति और प्रेम की उच्चता को प्रकट करती है। कृष्ण और राधा की पहली भेंट का वर्णन भागवत पुराण और अन्य पुराणों में मिलता है। राधा के प्रेम को इस दोहे से आप समझ सकते हैं-

श्याम मैं हूँ तेरी राधा, करो मेरा ये वादा ।

साथ छोड़ मेरा कभी, दूर नहीं जागे।।

क्या थे राधा के मन में कृष्ण के प्रति भाव

पहली मुलाकात के बाद राधा के दिल में तत्परता और प्रेम अभिव्यक्त हो गया। राधा की आंखों में प्रेम और आकर्षण का दृश्य दिखाई दिया। वे कृष्ण के प्रति आकर्षित हुईं और उनकी आंखों की ओर देख रही थीं। राधा की आवाज में आनंद और प्रेम की झलक थी। इस आकर्षण के कारण राधा का मन पूर्ण प्रेम और उत्साह से भर गया। कृष्ण ने राधा के हृदय को छू लिया। उनके मिलन के लम्हों में, राधा ने अपने कृष्ण के प्यार में खो दिया था। यह उनकी प्रेम कथा की शुरुआत थी।

इस प्रकार, राधा और कृष्ण की पहली मुलाकात उनके आध्यात्मिक और आदर्श प्रेम की कथा की शुरुआत थी, जो उनके अपार प्रेम और संयोग की विशेषता को प्रकट करता है।

ये भी पढ़ें

गीता ज्ञान: श्रीकृष्ण ने बताए हैं नरक के ये तीन द्वार, जानें गीता के अनमोल उपदेश

अस्वीकरण: यहां बताई गई जानकारी सिर्फ संदेशों और सूचनाओं पर आधारित है। यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी विशेषज्ञ की जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित सलाह लें।

[ad_2]

Source link

Umesh Solanki

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *