[ad_1]
पंचक जून 2023: हिंदू धर्म में पंचक का महत्व बताया गया है। ऐसा माना जाता है कि पंचक काल में कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है। पांचक वो यानी पांच दिन जिस में शुभ कार्य करने पर मनाही है। पंचक हर महीने आते हैं। आइए जानते हैं जून के महीने में पंचक कब से जुड़े हैं।
इस साल जून महीने में पंचक को चोर पंचक कहा जाता है। इस वर्ष आषाढ़ मास में जो पंच पड़ रहे हैं वो शुक्रवार के दिन से जुड़े रहते हैं जिस कारण से उन्हें चोर पंचक कहते हैं। हमारे शास्त्रों में पांच तरह के पंचकों के बारे में बताया गया है। अग्नि पंचक, चोर रोग पंचक, राज पंचक, अग्नि पंचक और मृत्यु पंचक।
जून 2023 पंचक तिथि
आषा मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि को यानी 9 जून को सुबह 06:02 मिनट पंचक पर।
आषा मास के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि यानि 13 जून को दोपहर 1:32 मिनट समाप्त हो जाएगा।
क्या होता है पंचक काल?
ज्योतिष शास्त्र की बन्धन तो अनुसार पंचक पांच नक्षत्रों (धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद और रेवती) के योग को पंचक कहते हैं। इन पांच दिनों में चंद्रमा नक्षत्र के चारों चरणों में घूमता है, जिससे पंचक काल शुरू होता है। पंचक हर 27 दिन बाद पंचक आते हैं।
पंचक काल में शुभ कार्य ना करें
- पंचक काल में कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए।
- शादी, मुंडन या हरकत नहीं करनी चाहिए।
- इन दिनों दक्षिण दिशा की ओर यात्रा करने से बचें।
- पंचक के दौरान घर बन रहा हो तो उस पर छत नहीं डालनी चाहिए।
- ऐसा माना जाता है कि पंचक समय में ये काम करने से नुकसान हो सकता है।
मौत से ठीक पहले हर इंसान को मिलती है ये चीजें, शिव पुराण में बताते हैं मरने के संकेत
अस्वीकरण: यहां बताई गई जानकारी सिर्फ संदेशों और सूचनाओं पर आधारित है। यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी विशेषज्ञ की जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित सलाह लें।
[ad_2]
Source link