[ad_1]
खर्राटे की समस्या : खर्राटे लेना काफी सामान्य है। ज्यादातर लोगों में यह समस्या पाई जाती है। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि आप खर्राटों को हल्के में लेने लगते हैं। क्योंकि खर्राटे कई गंभीर समस्या का कारण और संकेत भी हो सकते हैं। वैसे तो हर कोई कभी न कभी खर्राटे (खर्राटे की समस्या) लेता है लेकिन अगर यह हर रोज की आदत बन जाए तो सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। यह आसपास के लोगों के लिए किसी भी परेशानी का कारण बन सकता है। आइए जानते हैं खर्राटों से होने वाली बीमारियां और दूर करने के उपाय…
खर्राटों से कैसे प्राप्त करें
लाइफस्टाइल में बदलाव करके।
वजन कम करें।
सोने से पहले शराब न पियें।
तकिए पर ही सोने की कोशिश करें।
खर्राटों को रोकने में भी सर्जरी हो सकती है।
खर्राटों की वजह से हो सकती हैं 5 खतरनाक बीमारियां
1. खर्राटे और आघात
एनसीबीआई के मुताबिक, खर्राटों से प्रभावित का जोखिम 46 प्रतिशत तक बढ़ जाता है। यह धमनी को नुकसान का संकेत भी दे सकता है। इसलिए समय पर डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
2. खराटे और हार्ट डिजीज
स्वस्थ विशेषज्ञ के अनुसार, खर्राटे लेना स्लीप एपनिया के कारण भी हो सकता है। ज्यादा खर्राटे लेने वालों में हार्ट अटैक और हार्ट डिजीज का बाकी खतरा लोगों की तुलना में कहीं ज्यादा है।
3. खर्राटे और बिना प्रोस्टेटिक हाइपरप्लेसिया
खर्रातों की वजह से रात में बाथरूम जाने के लिए दो या दो से ज्यादा बार तक जागना पड़ता है। इसे नोटुरिया कहते हैं। रूस के अनुसार, 55 साल के पुरुष यदि बार-बार पेशाब के लिए बढ़ते हैं तो यह बिना प्रोस्टेटिक हाइपरप्लेसिया और ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया की वजह हो सकता है।
4. खराटे और हाई ब्लड प्रेशर
वेबमेड के अनुसार, खोते समय ज्यादा खर्राटे लेने वाले लोगों में सांस की कई बीमारियां हो सकती हैं। इनमें से हाई ब्लड प्रेशर का खतरा भी बहुत अधिक रहता है। इसलिए खर्राटे निर्धारण की समस्या होने पर तुरंत उपचार की सलाह दी जाती है।
5. खर्राटे और लाइनिंग
येल यूनिवर्सिटी की एक स्टडी बताती है कि रोजाना ज्यादा खर्राटे लेने वालों में लाइनिंग होने का खतरा 50 प्रतिशत तक ज्यादा होता है। स्लीप एपनिया टाइप 2 ब्लूमिंग से है। खर्राटे लेने से मधुमेह की वजह बन सकती है।
यह भी पढ़ें
नीचे स्वास्थ्य उपकरण देखें-
अपने बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) की गणना करें
[ad_2]
Source link