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अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह: शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ और निरोगी रहने के लिए योग बहुत जरूरी है। पिछले कुछ सालों में तरह-तरह की बीमारियों ने दुनिया में जन्म लिया है। जबकि कुछ पुरानी बीमारियों का कहर दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है। आज दुनिया का हर तीसरा इंसान किसी न किसी शारीरिक समस्या का शिकार है। कैंसर, लाइन और हाई ब्लड प्रेशर जैसे कनेक्शन का भी तेजी से विस्तार हो रहा है। इन सभी बीमारियों से बचाने का काम योग कर सकता है।
योग से न सिर्फ मानसिक स्वास्थ्य बेहतर रहता है, बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य को ठीक करने में भी काफी मदद मिलती है। योग के माध्यम से आप तनाव और चिंता से भी मुक्त हो सकते हैं। इससे मांसपेशियों की दुर्घटनाएं बढ़ सकती हैं। एनर्जी का स्तर बढ़ सकता है। ऐसे ही कई फायदे योग करने से आपको मिल सकते हैं। विश्व में आज ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’ मनाया जा रहा है। ऐसे में आज हम आपको 4 ऐसे योग बता रहे हैं, जिन्हें करके आप शारीरिक और मानसिक रूप से फिट और स्वस्थ रह सकते हैं।
1. सुखासन
योग की एक मुद्रा ‘सुखासन’ है, जिसका शब्दिक अर्थ सुख से बैठ या आराम से बैठ जाता है। यह आसन किसी भी उम्र के व्यक्ति को आराम से कर सकता है। इस आसन को करने से टखने और घुटनों में खिंचाव होता है। साथ ही साथ शिक्षा को सीधा और मजबूत बनाने में भी मदद मिलती है। इस आसन को रोजाना करने से कई गंभीर बीमारियां ठीक हो सकती हैं।
2. व्रतासन
योग का एक महत्वपूर्ण आसन ‘वृक्षासन’ भी है। इसका नाम वृक्ष शब्द पर पड़ा है, जिसका अर्थ वृक्ष होता है। इस आसन में पेड़ की तरह एक पांव पर रिएक्टर होते हैं। इस आसन में आपको शरीर का संतुलन बनाए रखने का काम होता है। आसन को करने से पिंडली, जांघ, रीढ़ और टखने मजबूत होते हैं। छाती, खिंचाव और जांघों में खिंचाव होता है। इस आसन से शरीर का संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है। चपटे पैर से होने वाली परेशानी दूर होती है।
3. पादहस्तासन
पादहस्तासन एक ऐसा आसन है, जो पूरे शरीर में खिंचाव फैलाने का काम करता है और दिमाग में ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने का काम करता है। इस आसन का शाब्दिक अर्थ ‘पैरों को हाथों से पकड़ने वाला आसन’ है। इस आसन को करने से शरीर को कई जबरदस्त फायदे मिलते हैं। इससे पीठ, पिंडली, टखनों और कूल्हों में खिंचाव आता है। दिमाग शांत होता है और चिंता-तनाव से राहत मिलती है। सिरदर्द और नींद में कमी की समस्या भी दूर होती है। किडनी और लीवर को स्वस्थ रखने के साथ-साथ डाइजेशन सिस्टम को भी यह आसन दुरुस्त रखता है।
4. वज्रासन
शरीर और मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए इसे खराब कर दिया जाता है। खाना खाने के बाद इस आसन को करने से खाना जल्दी पचता है और पाचन क्रिया भी दुरूस्त रहती है। इस आसन की मदद से घुटने में होने वाले दर्द को दूर किया जा सकता है। इसके अलावा, जाँघों की मसल्स को मिलता है। पीठ में दर्द से राहत मिलती है और पाचन को बढ़ावा मिलता है।
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