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Air Cooler : भारत में एयर कूलर लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं. खासतौर पर गर्मी के मौसम में जब तापमान हालत खराब कर देता है तो एयर कूलर काफी हद तक राहत देते हैं. हर कोई एसी का इस्तेमाल नहीं कर पाता है, लेकिन कई लोग एयर कूलर का जरूर इस्तेमाल करते हैं. दरअसल, एयर कूलर एसी की तुलना में सस्ते आते हैं. मार्केट में दो तरह के कूलर काफी बिक रहे हैं – मेटल या आयरन का कूलर और प्लास्टिक का कूलर. अब जब इनमें से एक चुनने की बात आती है, तो विचार करने के लिए कई फैक्टर हैं. आइए खबर में सभी फैक्टर्स पर नजर डालते हैं.

प्लास्टिक एयर कूलर

प्लास्टिक एयर कूलर हल्के और आसानी से घूमने वाले होते हैं, जिससे वे घर या कार्यालय के विभिन्न कमरों में इस्तेमाल के लिए आइडियल बने हुए हैं. इसके अलावा, वे अक्सर मेटल एयर कूलर की तुलना में अधिक सस्ते होते हैं, जो कई लोगों के लिए एक जरूरी फैक्टर है. प्लास्टिक एयर कूलर डिजाइन, रंग और आकार के आधार पर वाइड रेंज में उपलब्ध हैं, जिससे अपनी पसंद का कूलर ढूंढना आसान हो जाता है.

प्लास्टिक एयर कूलर अधिक टिकाऊ होते हैं. ये करेंट नहीं मारते हैं, इसलिए प्लास्टिक कूलर को बच्चों या पालतू जानवरों वाले घरों में इस्तेमाल के लिए सही माना जाता है. प्लास्टिक एयर कूलर को चलने के लिए कम बिजली की आवश्यकता होती है, जो कम बिजली के बिल में तब्दील हो सकती है. हालांकि, प्लास्टिक एयर कूलर के कुछ नुकसान भी हैं.  सबसे पहले, वे मेटल एयर कूलर के जैसे ज्यादा ठंडक नहीं करते हैं. इसके अलावा, ये लंबे समय तक नहीं चलते हैं. 

मेटल एयर कूलर

मेटल एयर कूलर खासकर उन लोगों के लिए बढ़िया विकल्प है, जो अधिक शक्तिशाली और कुशल शीतलन सॉल्यूशन चाहते हैं. ये प्लास्टिक एयर कूलर की तुलना में महंगे होते हैं, लेकिन ये कई फायदे भी देते हैं. मेटल एयर कूलर बड़े एरिया को ठंडा करने में सक्षम हैं. मेटल वाले कूलर में मजबूत मोटर और पंखा होता है, जो अधिक हवा सर्कुलेट करने का काम करता है. मेटल एयर कूलर अत्यधिक टिकाऊ होते हैं. ये टूट-फूट का सामना करने के लिए डिजाइन किए जाते हैं और समय के साथ इनके टूटने या खराब होने की संभावना कम रहती है. 

इसका मतलब यह हुआ कि मेटल कूलर प्लास्टिक एयर कूलर की तुलना में अधिक समय तक चल सकते हैं. वैसे, मेटल एयर कूलर के कुछ नुकसान भी हैं. मेटल कूलर प्लास्टिक एयर कूलर की तुलना में भारी होते हैं, जिससे उन्हें इधर-उधर ले जाने या स्टोर करने में मुश्किल हो सकती है. 

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Umesh Solanki

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